Sunday, May 6, 2012

सिनेमा सिनेमा

आशीष कुमार दास
सिनेमा के 100 वर्षों के सफर को भिलाई के आशीष कुमार दास जी ने छत्तीसगढ़ रेडियो श्रोता संघ, रायपुर और मोहम्मद नईम तथा अपने अन्‍य सहयोगियों की मदद से आज रायपुर में प्रदर्शित किया। आशीष जी के पास पुराने दस्‍तावेजों, प्राचीन सिक्‍कों के अतिरिक्‍त महात्‍मा गांधी, नेहरू जी, नेताजी बोस, गुरुदेव रवीन्‍द्र, स्‍वतंत्रता संग्राम संबंधी सामग्री का भी संकलन है। भारतीय सिनेमा की इस प्रदर्शनी में फिल्मों के लगभग 100 बुकलेट-पुस्तिकाओं का संकलन रखा गया है। चलचित्रों की इस प्रदर्शनी की झलक, चित्रों में-
फिल्‍म पुस्तिकाएं
सिनेमा हाल के टिकट
द राजपूताना टाकीज लिमिटेड, जयपुर का शेयर सर्टिफिकेट
बाम्‍बे टाकीज के फिल्‍मों की सूची यहां दर्ज है.
रियासती पोस्‍ट कार्ड पर फिल्‍मी विज्ञापन
इस फिल्‍म के छत्‍तीसगढ़ से रिश्‍ते की बात होती है
और दर्शाया कलाकार, अन्‍य राजकुमार (छोटे) हैं. 
फीयरलेस नाडिया और जान कवास के साथ पेश
बकरा कल्‍लू उस्‍ताद
स्‍वयं के हस्‍ताक्षर युक्‍त देविका रानी का दीवाली ग्रीटिंग कार्ड

छत्‍तीसगढ़ के एक और खोजी शिवानंद कामड़े जी और 'आलम आरा' की बातें अगली किसी पोस्‍ट के लिए।

41 comments:

  1. जय हो माया मछेन्द्र .....नाडिया ..जान कौस ...
    और वो मेरा बचपन ...याद आया ... मन भाया ,,
    आभार!

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  2. beautiful collectable collection and nice post .
    from begining to end waiting next.
    THANKS FOR NICE POST.

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  3. संग्रहणीय सामग्री .....!

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  4. आशीष कुमार दास जी का धन्‍यवाद कि‍ धरोहर आज भी संजोए हुए हैं

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  5. गज़ब। इधर अभी ही तहलका पर " टूरिंग टॉकीजों" पर राजकुमार सोनी जी की शानदार रिपोर्ट पढ़ी और अब यह। क्या कलेक्शन है!

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  6. चित्रों में व्यक्त पूरा इतिहास..

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  7. Heritage of National Importance. A year ago, i read a news mentioning that many of the manuscripts, Movie reels and other information regarding dozens of films destroyed due to lack of care and improper preserving techniques.
    Kudos to Ashish kumar Das, Md Nayeem and others who are doing a very generous work...
    And thanks U (Rahul Sir) for bringing such a nice work done by them to the fore via blog..

    Regards
    Bikash K Sharma

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  8. आशीष जी के श्रमसाध्य कार्य को नमन...​
    ​​
    ​संग्रहणीय पोस्ट के लिए आपका आभार...​
    ​​
    ​जय हिंद...

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  9. नं. ०२७ जैसा टिकट लेकर हम भी सलीमा देखे हैं.वो बहार ही ऐसी थी जब पोस्टर देख के ही दिल धडकता था !

    आज सौ-साल बाद सिनेमा अंदर से बाहर तक बहुत बदल गया है !

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  10. हमारे लिए बिलकुल नयी जानकारी ...
    आभार आपका !

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  11. बहु‍त कुछ याद आ गया है।

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  12. बहुत बढ़िया .....संग्रहणीय

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  13. विशिष्ट लोग , विशिष्ट शौक !

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  14. वाह आशीष कुमार दस जी तो भंयकर सिनेमा प्रेमी और संग्राहक निकले

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  15. आशीषजी की मेहनत को आपने विस्‍तार देकर सिनेमाप्रेमियों पर उपकार किया है। पूरा युग रू-ब-रू हो गया।

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  16. बढ़िया संग्रह है :-)

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  17. न सिर्फ आशीष जी का धन्यवाद इस संग्रह के लिए वरन् आपका भी...हम तक इस संग्रह के बारे में सूचना पहुंचाने के लिए। सादर।

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  18. ये कलेक्शन तो अनमोल है. इन्हें हमारे साथ शेयर करने का बहुत शुक्रिया. फिल्में एक गए वक्त की परछाई दिखाती हैं...सौ साल की फिल्मों की इस धरोहर को सहेजने के प्रयास छोटे-बड़े स्तर पर चल रहे हैं ये जानना एक सुखद अहसास है.

    इन्हें वर्चुअली देखना इतना अच्छा लग रहा है...प्रदर्शनी में जा कर वाकई बेहद अच्छा लगा होगा आपको.

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  19. नाडिया का चेहरा भूल गया हूँ ...पर यहाँ आकर याद आ गया

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  20. भाई वाह, बहुत बहुत आभार, ऐसे चित्र याद दिलाए, जो भूल गए थे.

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  21. लगता है चित्रों और स्टिल्स में ही सदियाँ गुज़र गयीं!!

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  22. भुली बिसरी एक कहानी,
    अब आई है याद पुरानी।

    गजब का कलेक्शन है।

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  23. संग्रहणीय सामग्री

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  24. पुरानी बातें नई बातें..

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  25. वो भूली दास्तां..... लो फिर याद आ गई

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  26. वाह, बेहद दुर्लभ संकलन हैं। आनंदम् !

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  27. .


    फिल्मों और भारतीय राजनीति के बारे में
    मुझे मेरे स्वर्गीय पिताजी के बचपन के ज़माने तक की बहुत सारी बातों की जानकारी है …
    अधिक अपचरिचित-सा नहीं लगा आपकी इस संग्रहणीय पोस्ट को पढ़-देख कर…
    बहुत अच्छा लगा , आनंद आया !

    आभार आपके प्रति और आशीष कुमार दास जी और मोहम्मद नईम जी तथा उनके सहयोगियों के प्रति !

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  28. वाकई दुर्लभ और संग्रहणीय!

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  29. सिनेमा के सौ साल पर आगे और भी पृष्ठों की प्रतीक्षा रहेगी। बधाई .

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  30. सिनेमा के सौ साल पर आगे और भी पृष्ठों की प्रतीक्षा रहेगी। बधाई .

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  31. बहुत सुंदर! शुक्रिया!

    रविकान्त

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