Sunday, August 25, 2013

हरित-लाल


हरित फलदार पौधा,
पता नहीं लगता
परिवर्तन कि,
नीचे से लाल हुआ जा रहा.

बात कुछ और नहीं
बस मिर्ची 'लगी' है,
गमले में.
'लगती' है तो सुंदर ही.

जोता न बोया,
अपने-आप
फल तैयार,
हलषष्‍ठी सामने है.

36 comments:

  1. आपका गमला चुराने का मन कर रहा है । मनोरम-मिर्ची ।

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    1. अंडे खा लें, (कहावत वाले), मुर्गी को बक्‍श दें.:)

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    2. वाक़ई चित्र बेहतरीन है, खाने मिर्च कैसी होगी ? (:

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  2. अपना स्वभाव व्यक्त कर रहा है, पर वह भी सुन्दरता से।

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  3. सर जी आपने खूब कहा सचमुच मिर्ची लगती है तो लाल हो जाती है और मिर्च भी नीचे से ही लाल और लगती है अद्भुत जो जोता न परमारथ के लिये तैयार हल षष्ठी पर अनुपम भेंट आपका यह व्यंग और उपहार सुन्दर चित्र संग नमन ***वाओ ****

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  4. मैंने भी इस बार लगायीं हैं ...
    बधाई !

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  5. लगता है हमारे कमेंट से नेट देवता को मिर्ची ’लगी’ है इसीलिये उड़ गया :)

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    1. :) संजय बाऊ, लगता है मिर्च का तुमारे से बहुत पुराना रिश्ता है :)

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  6. बहुत खूब..... पौधों पर लगे फल चाहे जो हों, लुभाते हैं,

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  7. कभी लाल पीली मिर्च के खेत के बीच जाकर फोटो खिंचवाएं

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  8. राजस्थान में राजीव गाँधी को लेकर कहानी प्रचलित है -
    कि राजीव गाँधी सड़क मार्ग से जा रहे थे कि सड़क किनारे एक खेत में सुख रहे लाल मिर्ची का ढेर देख रुके और किसान से पूछने लगे कि - उसे लाल मिर्ची बेचने में ज्यादा फायदा है या हरी मिर्ची बेचने में ?
    किसान बोला- लाल मिर्ची बेचने में ज्यादा फायदा है !
    राजीव गाँधी ने किसान को सलाह दी - फिर हरी की जगह लाल मिर्ची की ही खेती किया करो !!

    यदि आपका यह गमला राजीव गाँधी देख लेता तो उसे भी पता चल जाता कि हरी व लाल मिर्ची एक ही पौधे पर होती है यानी हरी ही पक कर लाल होती है :)

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  9. बड़ी सुन्दर लग रही है लाल मिर्च!

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  10. मिर्च के स्वाद की तो बात ही निराली - अच्छा किया गमले में उगा ली!

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  11. हमारे ऑफिस के बाहर एक पार्क है. वहां एक बार फूलों की जगह मिर्ची लगा गए थे। उनकी याद आ गयी !

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  13. गद्य और पद्य यहाँ आपस में मिल गये हैं क्षितिज की तरह और जानना मुश्किल है कि शाम का रंग किसका है?

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  14. यह भी यह रोचक विषय बन सकता है

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  15. वाह! बहुत सुन्दर!
    बचपन में एक बार मैंने भी मिर्च का पौधा लगाया था - वो गोल वाली छोटी लाल मिर्चें होती थीं।
    बहुत तीखी! उनकी याद हो आयी।

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  16. dehat me ise angreji mirchi kahate hai..........

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  17. फोटो कमाल का ...

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  18. हरे पत्ते के साथ लाल लाल मिर्ची का कॉम्बिनेशन बहुत सुन्दर लग रहा अहै...कविता भी इसे कॉम्प्लीमेंट कर रही है .

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  19. इतने दिनों बाद भी ताजी ..... :-)

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  20. मिर्ची का स्वाद कैसा है ? काश मैं गमला सहित पौधा चुरा ली होती ।

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  21. वाकई जितना मिर्च का स्वाद निराला होता है उतनी ही यह तस्वीर निराली लग रही है।

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  22. बस्तरिया हरियाली पे मिर्च का तड़का
    -Bikash

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  23. मिर्च का पौधा आसानी से लगता है और फलता भी है। बहुत दिनों से कोई नई पोस्ट नही आई।

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  24. bahut dino k baad sinhavalokan ka avlokan kar paya....achhi kavita.....

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  25. अरे ,यह पोस्ट तो बहुत पुरानी हो गई ..!

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  26. आपका ब्लॉग मुझे बहुत अच्छा लगा। मेरा ब्लॉग "नवीन जोशी समग्र"(http://navinjoshi.in/) भी देखें। इसके हिंदी ब्लॉगिंग को समर्पित पेज "हिंदी समग्र" (http://navinjoshi.in/hindi-samagra/) पर आपका ब्लॉग भी शामिल किया गया है। अन्य हिंदी ब्लॉगर भी अपने ब्लॉग को यहाँ चेक कर सकते हैं, और न होने पर कॉमेंट्स के जरिये अपने ब्लॉग के नाम व URL सहित सूचित कर सकते हैं।

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