सर जी आपने खूब कहा सचमुच मिर्ची लगती है तो लाल हो जाती है और मिर्च भी नीचे से ही लाल और लगती है अद्भुत जो जोता न परमारथ के लिये तैयार हल षष्ठी पर अनुपम भेंट आपका यह व्यंग और उपहार सुन्दर चित्र संग नमन ***वाओ ****
राजस्थान में राजीव गाँधी को लेकर कहानी प्रचलित है - कि राजीव गाँधी सड़क मार्ग से जा रहे थे कि सड़क किनारे एक खेत में सुख रहे लाल मिर्ची का ढेर देख रुके और किसान से पूछने लगे कि - उसे लाल मिर्ची बेचने में ज्यादा फायदा है या हरी मिर्ची बेचने में ? किसान बोला- लाल मिर्ची बेचने में ज्यादा फायदा है ! राजीव गाँधी ने किसान को सलाह दी - फिर हरी की जगह लाल मिर्ची की ही खेती किया करो !!
यदि आपका यह गमला राजीव गाँधी देख लेता तो उसे भी पता चल जाता कि हरी व लाल मिर्ची एक ही पौधे पर होती है यानी हरी ही पक कर लाल होती है :)
आपका ब्लॉग मुझे बहुत अच्छा लगा। मेरा ब्लॉग "नवीन जोशी समग्र"(http://navinjoshi.in/) भी देखें। इसके हिंदी ब्लॉगिंग को समर्पित पेज "हिंदी समग्र" (http://navinjoshi.in/hindi-samagra/) पर आपका ब्लॉग भी शामिल किया गया है। अन्य हिंदी ब्लॉगर भी अपने ब्लॉग को यहाँ चेक कर सकते हैं, और न होने पर कॉमेंट्स के जरिये अपने ब्लॉग के नाम व URL सहित सूचित कर सकते हैं।
आपका गमला चुराने का मन कर रहा है । मनोरम-मिर्ची ।
ReplyDeleteअंडे खा लें, (कहावत वाले), मुर्गी को बक्श दें.:)
Deleteवाक़ई चित्र बेहतरीन है, खाने मिर्च कैसी होगी ? (:
Deleteअपना स्वभाव व्यक्त कर रहा है, पर वह भी सुन्दरता से।
ReplyDeleteसर जी आपने खूब कहा सचमुच मिर्ची लगती है तो लाल हो जाती है और मिर्च भी नीचे से ही लाल और लगती है अद्भुत जो जोता न परमारथ के लिये तैयार हल षष्ठी पर अनुपम भेंट आपका यह व्यंग और उपहार सुन्दर चित्र संग नमन ***वाओ ****
ReplyDeleteमैंने भी इस बार लगायीं हैं ...
ReplyDeleteबधाई !
लगता है हमारे कमेंट से नेट देवता को मिर्ची ’लगी’ है इसीलिये उड़ गया :)
ReplyDelete:) संजय बाऊ, लगता है मिर्च का तुमारे से बहुत पुराना रिश्ता है :)
Deleteबहुत खूब..... पौधों पर लगे फल चाहे जो हों, लुभाते हैं,
ReplyDeleteकभी लाल पीली मिर्च के खेत के बीच जाकर फोटो खिंचवाएं
ReplyDeleteनैसर्गिक छटा !!!!!!!
ReplyDeleteराजस्थान में राजीव गाँधी को लेकर कहानी प्रचलित है -
ReplyDeleteकि राजीव गाँधी सड़क मार्ग से जा रहे थे कि सड़क किनारे एक खेत में सुख रहे लाल मिर्ची का ढेर देख रुके और किसान से पूछने लगे कि - उसे लाल मिर्ची बेचने में ज्यादा फायदा है या हरी मिर्ची बेचने में ?
किसान बोला- लाल मिर्ची बेचने में ज्यादा फायदा है !
राजीव गाँधी ने किसान को सलाह दी - फिर हरी की जगह लाल मिर्ची की ही खेती किया करो !!
यदि आपका यह गमला राजीव गाँधी देख लेता तो उसे भी पता चल जाता कि हरी व लाल मिर्ची एक ही पौधे पर होती है यानी हरी ही पक कर लाल होती है :)
:)
Deleteजय हो.
Deleteबड़ी सुन्दर लग रही है लाल मिर्च!
ReplyDeleteमिर्च के स्वाद की तो बात ही निराली - अच्छा किया गमले में उगा ली!
ReplyDeleteWaah, wahh! kyaa baat hai!
ReplyDeleteहमारे ऑफिस के बाहर एक पार्क है. वहां एक बार फूलों की जगह मिर्ची लगा गए थे। उनकी याद आ गयी !
ReplyDeleteवाह!
ReplyDeleteThis comment has been removed by the author.
ReplyDeleteगद्य और पद्य यहाँ आपस में मिल गये हैं क्षितिज की तरह और जानना मुश्किल है कि शाम का रंग किसका है?
ReplyDeleteयह भी यह रोचक विषय बन सकता है
ReplyDeleteवाह! बहुत सुन्दर!
ReplyDeleteबचपन में एक बार मैंने भी मिर्च का पौधा लगाया था - वो गोल वाली छोटी लाल मिर्चें होती थीं।
बहुत तीखी! उनकी याद हो आयी।
dehat me ise angreji mirchi kahate hai..........
ReplyDeleteझारदार...
ReplyDeleteफोटो कमाल का ...
ReplyDeleteहरे पत्ते के साथ लाल लाल मिर्ची का कॉम्बिनेशन बहुत सुन्दर लग रहा अहै...कविता भी इसे कॉम्प्लीमेंट कर रही है .
ReplyDeleteइतने दिनों बाद भी ताजी ..... :-)
ReplyDeleteमिर्ची का स्वाद कैसा है ? काश मैं गमला सहित पौधा चुरा ली होती ।
ReplyDeleteवाकई जितना मिर्च का स्वाद निराला होता है उतनी ही यह तस्वीर निराली लग रही है।
ReplyDeleteबस्तरिया हरियाली पे मिर्च का तड़का
ReplyDelete-Bikash
मिर्च का पौधा आसानी से लगता है और फलता भी है। बहुत दिनों से कोई नई पोस्ट नही आई।
ReplyDeletebahut dino k baad sinhavalokan ka avlokan kar paya....achhi kavita.....
ReplyDeleteअरे ,यह पोस्ट तो बहुत पुरानी हो गई ..!
ReplyDeleteआपका ब्लॉग मुझे बहुत अच्छा लगा। मेरा ब्लॉग "नवीन जोशी समग्र"(http://navinjoshi.in/) भी देखें। इसके हिंदी ब्लॉगिंग को समर्पित पेज "हिंदी समग्र" (http://navinjoshi.in/hindi-samagra/) पर आपका ब्लॉग भी शामिल किया गया है। अन्य हिंदी ब्लॉगर भी अपने ब्लॉग को यहाँ चेक कर सकते हैं, और न होने पर कॉमेंट्स के जरिये अपने ब्लॉग के नाम व URL सहित सूचित कर सकते हैं।
ReplyDeleteखूब लगी मिर्ची :)
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