tag:blogger.com,1999:blog-1560745184921178776.post6734660261894408115..comments2024-03-26T11:26:04.832+05:30Comments on सिंहावलोकन: समलैंगिक बाल-विवाह!Rahul Singhhttp://www.blogger.com/profile/16364670995288781667noreply@blogger.comBlogger23125tag:blogger.com,1999:blog-1560745184921178776.post-44764448298625843332014-01-06T23:28:24.778+05:302014-01-06T23:28:24.778+05:30Mysterious India.. Mysterious India.. Preeti Tiwarihttps://www.blogger.com/profile/03785739370487469325noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1560745184921178776.post-35252946055976426382013-11-14T20:12:08.637+05:302013-11-14T20:12:08.637+05:30मन मरीचिका के पीछे भागती बालिका...मन मरीचिका के पीछे भागती बालिका...Dr. Braj Kishorhttps://www.blogger.com/profile/06982842671013664280noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1560745184921178776.post-47100354639449241302013-08-09T08:26:33.994+05:302013-08-09T08:26:33.994+05:30दुनिया रंग बिरंगीदुनिया रंग बिरंगीबी एस पाबलाhttp://bspabla.comnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1560745184921178776.post-76848247031156041632013-07-05T07:42:57.358+05:302013-07-05T07:42:57.358+05:30शायद ऐसा ही हो, भगवान भला करें.शायद ऐसा ही हो, भगवान भला करें.Rahul Singhhttps://www.blogger.com/profile/16364670995288781667noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1560745184921178776.post-80471359852262628962013-07-05T07:11:03.566+05:302013-07-05T07:11:03.566+05:30भक्त का अपने आराध्य के साथ जुड़ने का अभिनव प्रयास ...भक्त का अपने आराध्य के साथ जुड़ने का अभिनव प्रयास है, इसे पूर्ण समर्पण कहा जा सकता है।ब्लॉ.ललित शर्माhttps://www.blogger.com/profile/09784276654633707541noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1560745184921178776.post-60102183627748072832013-07-04T22:30:31.765+05:302013-07-04T22:30:31.765+05:30Ajeeb hai ya gazab, pata nahi kinstu aise mamle ak...Ajeeb hai ya gazab, pata nahi kinstu aise mamle aksar SC, ST ya OBC me hi kton dekhne ko ate hain....Bharat varsh me aisa kehne yaddapi varjit haiBarun Sakhajee Shrivastavhttps://www.blogger.com/profile/00022356965972552575noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1560745184921178776.post-3629157342747872082013-07-03T21:38:36.838+05:302013-07-03T21:38:36.838+05:30अजीबोगरीब कहानी है ये ।अजीबोगरीब कहानी है ये ।Asha Joglekarhttps://www.blogger.com/profile/05351082141819705264noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1560745184921178776.post-2621904884058304352013-07-03T08:34:18.405+05:302013-07-03T08:34:18.405+05:30डॉ. कामता प्रसाद वर्मा ई-मेल परः
Devi deotao ke sa...डॉ. कामता प्रसाद वर्मा ई-मेल परः<br />Devi deotao ke sath is prakar ka vivah mai pahli bar sun raha hun.Rahul Singhhttps://www.blogger.com/profile/16364670995288781667noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1560745184921178776.post-40913034194766836492013-07-01T14:30:38.117+05:302013-07-01T14:30:38.117+05:30रतन सिंह साहब, ये सिर्फ और सिर्फ अज्ञानता है वर्ना...रतन सिंह साहब, ये सिर्फ और सिर्फ अज्ञानता है वर्ना कौन है जो इनके धार्मिक दुकानदारी के चक्कर में आएगा, पढ़े लिखे लोग तो कतई नहीं ! और वैसे भी ये छत्तीसगढ़ के एक गाँव की बात है !<br />आज भी छत्तीसगढ़ ,झारखण्ड, और ओडिशा के ग्रामीण इलाको में दो जून का खाना नसीब हो जाये, यही बहुत है !amanvaishnavihttps://www.blogger.com/profile/04526620740401350882noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1560745184921178776.post-10631515813209097122013-07-01T14:30:37.748+05:302013-07-01T14:30:37.748+05:30रतन सिंह साहब, ये सिर्फ और सिर्फ अज्ञानता है वर्ना...रतन सिंह साहब, ये सिर्फ और सिर्फ अज्ञानता है वर्ना कौन है जो इनके धार्मिक दुकानदारी के चक्कर में आएगा, पढ़े लिखे लोग तो कतई नहीं ! और वैसे भी ये छत्तीसगढ़ के एक गाँव की बात है !<br />आज भी छत्तीसगढ़ ,झारखण्ड, और ओडिशा के ग्रामीण इलाको में दो जून का खाना नसीब हो जाये, यही बहुत है !amanvaishnavihttps://www.blogger.com/profile/04526620740401350882noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1560745184921178776.post-70220371895179292852013-07-01T09:10:59.305+05:302013-07-01T09:10:59.305+05:30" न धर्मवृध्देषु वयः समीक्ष्यते " अर्थात..." न धर्मवृध्देषु वयः समीक्ष्यते " अर्थात् जो धर्म से परिपक्व हैं, उनकी उम्र छोटी भी हो तो कोई फर्क नहीं पडता । यह सच है कि उम्र का परिपक्वता से कोई गहरा सम्बन्ध नहीं है । अष्टावक्र के चरित को हमने सुना है, पढा है, वे बचपन से ही वैरागी थे । राजा जनक ने तो उनका शिष्यत्व स्वीकार किया था । इसी तरह ध्रुव-चरित् से भी हम सभी परिचित हैं । भीष्म-प्रतिज्ञा को भला कौन भूल सकता है ? फरसाबहार [जिला-जशपुर] की इस सुनिता के व्यक्तित्व से हम अनभिज्ञ हैं , अच्छा होता कि इसके सच-झूठ का ज़ायजा लेने , एक टीम वहॉ जाती और आश्वस्त हो कर लौट आती तो हमारा मन , सहज-भाव से स्वीकार कर लेता कि - यह भी मीरा की तरह एक अलौकिक शक्ति से जुड गई है अन्यथा मेरा मन तो सशंकित हो रहा है कि पता नहीं उस बच्ची को, किन परिस्थितियों में क्या-क्या समझौता करना पड रहा होगा, और उस पर क्या गुज़र रही होगी ! शकुन्तला शर्माhttps://www.blogger.com/profile/12432773005239217068noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1560745184921178776.post-55693654145815392702013-07-01T08:46:36.528+05:302013-07-01T08:46:36.528+05:30आदिवासियों में ऐसे अंधविश्वास भरे आचरण नए नहीं है ...आदिवासियों में ऐसे अंधविश्वास भरे आचरण नए नहीं है -यह मनोविज्ञान से जुड़ा मसला है ! एक "कथित" सर्पविज्ञानी ने बहुत गैर जिम्मेदाराना काम किया है !Arvind Mishrahttps://www.blogger.com/profile/02231261732951391013noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1560745184921178776.post-40837567593523891762013-06-30T13:15:39.237+05:302013-06-30T13:15:39.237+05:30बालिका इस मामले में आस्था के वशीभूत हो सकती है पर ...बालिका इस मामले में आस्था के वशीभूत हो सकती है पर परिजनों के बारे रमाकांत सिंह जी द्वारा व्यक्त आशंका सही लग रही है कि इस प्रकार के आयोजन का एक मात्र प्रयोजन धार्मिक दुकानदारी की भावनाओं से अभिप्रेरित लगता है|<br />क्योंकि ऐसे कई मामले देखें है जिनमें परिजन सोचते है कि एक औलाद की शादी नहीं हुई तो क्या हुआ ? कम से कम इस धार्मिक दुकान से लोगों की धार्मिक आस्था पर जिन्दगी भर दोहन कर धन कमाया जा सकता है| Gyan Darpanhttps://www.blogger.com/profile/01835516927366814316noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1560745184921178776.post-6972543220234321642013-06-30T00:26:11.917+05:302013-06-30T00:26:11.917+05:30अख़बार में पढ़ा था। आस्था का अतिवाद है यह। अख़बार में पढ़ा था। आस्था का अतिवाद है यह। बस्तर की अभिव्यक्ति जैसे कोई झरनाhttps://www.blogger.com/profile/11751508655295186269noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1560745184921178776.post-71087163635907857872013-06-29T19:13:42.345+05:302013-06-29T19:13:42.345+05:30आस्था क्या क्या न करवा दे..आस्था क्या क्या न करवा दे..प्रवीण पाण्डेयhttps://www.blogger.com/profile/10471375466909386690noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1560745184921178776.post-56933966396601648612013-06-28T23:37:29.959+05:302013-06-28T23:37:29.959+05:30अनपढ़ श्रद्धालुओं से और क्या आशा ..अनपढ़ श्रद्धालुओं से और क्या आशा ..Satish Saxena https://www.blogger.com/profile/03993727586056700899noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1560745184921178776.post-43868301561250105992013-06-28T23:19:24.195+05:302013-06-28T23:19:24.195+05:30अजीबो गरीब दास्ताँ है. कुछ वर्षों पहले एक एस पी मह...अजीबो गरीब दास्ताँ है. कुछ वर्षों पहले एक एस पी महोदय भी तो राधा बन घूम रहे थे और शायद कोई गोरी लड्की अपने आपको कृष्ण बता कर उसके पीछे पड गई थी. अली सय्यद विश्लेशण कर लेंगे. P.N. Subramanianhttps://www.blogger.com/profile/01420464521174227821noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1560745184921178776.post-1957485504011263472013-06-28T21:54:53.566+05:302013-06-28T21:54:53.566+05:30बाकायदा निमंत्रण पत्र छपवाकर विवाह के मामले के बार...बाकायदा निमंत्रण पत्र छपवाकर विवाह के मामले के बारे में जानकारी नहीं है पर कुछ सम्प्रदायों में अपने को राधा मानकर और स्वांग भर कृष्ण प्रेम पाने के उदहारण सर्वविदित हैं। शायद आपको जानकारी नहीं आंध्र के पूर्व मुख्यमंत्री एन.टी. रामाराव अपने इष्ट को पाने के लिए रात को सोते समय साड़ी पहना करते थे, जिस हेतु राजीव गाँधी ने सार्वजानिक रूप एक चुनावी सभा में उनकी चुटकी भी ली थी. इस सम्बन्ध में समाचार पत्रों में यदा-कदा चर्चा होती रहती थी और राजनैतिक विरोधी अक्सर उनका इस हेतु उपहास किया करते थे. स्वयं रामाराव ने इस बात का कभी खंडन नहीं किया.राजेश सिंहhttps://www.blogger.com/profile/02628010904084953893noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1560745184921178776.post-51150002046350631332013-06-28T20:38:44.346+05:302013-06-28T20:38:44.346+05:30Kya kahun kuchh samajhme nahi ata.....teribhi chup...Kya kahun kuchh samajhme nahi ata.....teribhi chup,meribhi chup....kshamahttps://www.blogger.com/profile/14115656986166219821noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1560745184921178776.post-44823391328309497912013-06-28T17:56:24.501+05:302013-06-28T17:56:24.501+05:30आदरणीय सिंह साहब एक विचार मन में आया आपसे साझा करन...आदरणीय सिंह साहब एक विचार मन में आया आपसे साझा करने की घृष्टता करता हूँ , मेरे सोच में इस प्रकार के आयोजन का एक मात्र प्रयोजन धार्मिक दुकानदारी की भावनाओं की है लम्बे समय से छत्तीसगढ़ ऐसे कार्यक्रमों के जरिये चारागाह बना हुआ है . यह भी एक धार्मिक दुकानदारी का तरीका है ****चल निकला तो वाह वाह नहीं तो न सामाजिक न धार्मिक और न ही पारिवारिक झंझट ...सबसे सुरक्षित कमाई का तरीका कोई लागत नहीं प्रशासन भी सदा की भांति मौन दर्शक और समर्थक Ramakant Singhhttps://www.blogger.com/profile/06645825622839882435noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1560745184921178776.post-36213758073839632102013-06-28T17:07:01.359+05:302013-06-28T17:07:01.359+05:30अजीब बात है।अजीब बात है।Harihar (विकेश कुमार बडोला) https://www.blogger.com/profile/02638624508885690777noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1560745184921178776.post-81454861821733544592013-06-28T15:35:48.465+05:302013-06-28T15:35:48.465+05:30अपनी तरीके का अनोखा विवाह,न कभी देखा-न सुना,आपने ...अपनी तरीके का अनोखा विवाह,न कभी देखा-न सुना,आपने सभी पक्ष का अभिमत ले कर अपनी बात और लेख पूरा किया है.सुंदर प्रस्तुति,अब समय बताएगा इस अनोखे विवाह का हश्र ..! Anonymoushttps://www.blogger.com/profile/04732815342314200721noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1560745184921178776.post-5158006859536032502013-06-28T15:04:18.419+05:302013-06-28T15:04:18.419+05:30उफ़ ...क्या कहें..कुछ समझ में नहीं आता.उफ़ ...क्या कहें..कुछ समझ में नहीं आता.shikha varshneyhttps://www.blogger.com/profile/07611846269234719146noreply@blogger.com