tag:blogger.com,1999:blog-1560745184921178776.post5803118020704970567..comments2024-03-29T11:26:01.369+05:30Comments on सिंहावलोकन: मसीही आज़ादीRahul Singhhttp://www.blogger.com/profile/16364670995288781667noreply@blogger.comBlogger22125tag:blogger.com,1999:blog-1560745184921178776.post-38962692645283055442012-09-12T11:35:03.403+05:302012-09-12T11:35:03.403+05:30यह दस्तावेज देश के प्रति उनकी निष्ठा को रेखांकित क...यह दस्तावेज देश के प्रति उनकी निष्ठा को रेखांकित करती है.P.N. Subramanianhttps://www.blogger.com/profile/01420464521174227821noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1560745184921178776.post-24000098882948024772012-08-29T01:01:31.761+05:302012-08-29T01:01:31.761+05:30सिंह साहब !
नमस्ते जी !
इसाई मिशनरियां और अन्य सम्...सिंह साहब !<br />नमस्ते जी !<br />इसाई मिशनरियां और अन्य सम्प्रदाय वैदिक संस्कृति से हमे दूर ले जाते हैं |इश्वर खन्देलिया जी, कभी कहीं कोई मौलाना या पादरी तकरीर कर रहे हों तो आप जरा दिमाग खुले रख कर सुनेंगे तो समझ जायेंगे कि असली मुद्दा तो स्वर्ग के राज्य में प्रवेश पाने या जन्नत में ठिकाने बनाने का है| सत्यार्थ -प्रकाश पढिये तब आप जान पाएंगे कि वैदिक संस्कृति और इसाइयत में क्या अंतर है ?ramsumer shastrinoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1560745184921178776.post-73417256364540728682012-08-24T18:21:35.339+05:302012-08-24T18:21:35.339+05:30स्वतंत्रा दिवस पर एक बहुत ही अच्छा लेख दुर्भाग्य ...स्वतंत्रा दिवस पर एक बहुत ही अच्छा लेख दुर्भाग्य तो यह है कि हम सभी जान रहें है कि कतिपय लोग धर्म के नाम पर वैमनस्यता फैला रहें हैं और इसकी हानियाँ उन्हें शायद उस दिन समझ में आयेंगी जिस दिन उनका कोई अपना उसकी चपेट में ( भगवान न करे ) आ जायेगा ishwar khandeliyahttps://www.blogger.com/profile/01408727603986293583noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1560745184921178776.post-13271954998624603552012-08-20T17:21:46.144+05:302012-08-20T17:21:46.144+05:30@मसिहियों को यह अनूठा अवसर हाथ लगा है। हमें यीशु क...@मसिहियों को यह अनूठा अवसर हाथ लगा है। हमें यीशु का प्रचार अपने जीवन से करना होगा। <br /><br />ये ही इनका सोला आना काम है। किसी भी परिस्थिति में यीशु का प्रचार रुकना नहीं चाहिए।ब्लॉ.ललित शर्माhttps://www.blogger.com/profile/09784276654633707541noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1560745184921178776.post-64884301182365821672012-08-19T22:59:21.676+05:302012-08-19T22:59:21.676+05:30नयी जानकारी ...आभार भाई जी !नयी जानकारी ...आभार भाई जी !Satish Saxena https://www.blogger.com/profile/03993727586056700899noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1560745184921178776.post-21835419559650403312012-08-19T14:18:38.159+05:302012-08-19T14:18:38.159+05:30सुंदर प्रस्तुति
ज्ञानवर्धक लेख
सुंदर प्रस्तुति<br />ज्ञानवर्धक लेख<br />महेन्द्र श्रीवास्तवhttps://www.blogger.com/profile/09549481835805681387noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1560745184921178776.post-33466363838605928622012-08-19T05:59:33.740+05:302012-08-19T05:59:33.740+05:30आपने 15 अगस्त पर यह ऐतिहासिक दस्तावेज प्रेषित कर ह...आपने 15 अगस्त पर यह ऐतिहासिक दस्तावेज प्रेषित कर हम तक यह जानकारी पहुंचा कर बडा नेक काम किया है । महजब नही सिखाता आपस में बैर रखना ।Asha Joglekarhttps://www.blogger.com/profile/05351082141819705264noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1560745184921178776.post-41137672261621179852012-08-18T01:51:19.286+05:302012-08-18T01:51:19.286+05:30खरगोश का संगीत राग रागेश्री पर आधारित है
जो कि खम...खरगोश का संगीत राग रागेश्री पर आधारित है <br />जो कि खमाज थाट का सांध्यकालीन राग <br />है, स्वरों में कोमल निशाद और बाकी स्वर शुद्ध लगते हैं, पंचम इसमें वर्जित है, <br />पर हमने इसमें अंत में पंचम का प्रयोग भी किया है, <br />जिससे इसमें राग बागेश्री भी <br />झलकता है...<br /><br />हमारी फिल्म का संगीत वेद नायेर <br />ने दिया है... वेद जी को अपने संगीत कि प्रेरणा जंगल में चिड़ियों कि चहचाहट से <br />मिलती है...<br /><i>Also visit my homepage</i> :: <b><a href="http://www.youtube.com/watch?v=FbfbqR0ihfA" rel="nofollow">खरगोश</a></b>Anonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1560745184921178776.post-19483574750375711752012-08-17T16:10:52.001+05:302012-08-17T16:10:52.001+05:30सिंह जी नमस्कार...
आपके ब्लॉग 'सिंहावलोकन से&#...सिंह जी नमस्कार...<br />आपके ब्लॉग 'सिंहावलोकन से' लेख भास्कर भूमि में प्रकाशित किए जा रहे है। आज 17 अगस्त को 'मसीही आजादी' शीर्षक के लेख को प्रकाशित किया गया है। इसे पढऩे के लिए bhaskarbhumi.com में जाकर ई पेपर में पेज नं. 8 ब्लॉगरी में देख सकते है। <br />धन्यवाद <br />फीचर प्रभारी <br />नीति श्रीवास्तवbkaskar bhumihttps://www.blogger.com/profile/03235923306375796258noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1560745184921178776.post-91048082097573053292012-08-17T08:42:45.657+05:302012-08-17T08:42:45.657+05:30इतिहास पर रोचक दृष्टि..इतिहास पर रोचक दृष्टि..प्रवीण पाण्डेयhttps://www.blogger.com/profile/10471375466909386690noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1560745184921178776.post-83836860186350173532012-08-16T15:25:10.618+05:302012-08-16T15:25:10.618+05:30सर्वथा नई जानकारी मिली .... आभार !सर्वथा नई जानकारी मिली .... आभार !निवेदिता श्रीवास्तवhttps://www.blogger.com/profile/17624652603897289696noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1560745184921178776.post-30859748084560437512012-08-16T11:37:58.562+05:302012-08-16T11:37:58.562+05:30किसी भी धर्म के लिए हम बिना जाने कोई भी राय कायम क...किसी भी धर्म के लिए हम बिना जाने कोई भी राय कायम कर लेते हैं लकीर के फ़कीर की तरह इसमें भी राजनेतिक पचड़े रहते हैं इसाई धर्म में हमेशा शान्ति ,सेवाभाव त्याग के पाठ पढाये जाते हैं इस आलेख से और जानकारी मिली है सांझा करने के लिए हार्दिक आभार <br />Rajesh Kumarihttps://www.blogger.com/profile/04052797854888522201noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1560745184921178776.post-25018803577269963202012-08-16T10:07:41.552+05:302012-08-16T10:07:41.552+05:30दिल को छू लेने वाली बातें लिखी हैं. उस समय कैसा था...दिल को छू लेने वाली बातें लिखी हैं. उस समय कैसा था देश का मंजर यह भी स्पष्ट हुआ और साथ ही यह शिक्षा भी मिली कि ऐसे अवसर जब मानवीयता कराह रही हो तो इसे सेवा का सुअवसर जान अपनी सेवाएं देनी चाहिए. यही है सच्ची धार्मिकता . प्रेरणास्पद लेख ! इसे साझा करने हेतु आपका धन्यवाद चाचाजी.संज्ञा अग्रवालhttps://www.blogger.com/profile/02117184281589389785noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1560745184921178776.post-28400779484680727092012-08-16T09:11:27.919+05:302012-08-16T09:11:27.919+05:30बढ़िया प्रस्तुति -
नहीं नियत में खोट था, होता यही...बढ़िया प्रस्तुति -<br /><br />नहीं नियत में खोट था, होता यही प्रतीत |<br />सही सार्थक बतकही, मानवता की जीत |<br />मानवता की जीत, रही चिंता सीमा पर |<br />मार-काट के बीच, उजाला फैला रविकर |<br />पर गंगा की धार, बहाई भरे समंदर |<br />करें पंथ विस्तार, यही है दिल के अन्दर ||रविकर https://www.blogger.com/profile/00288028073010827898noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1560745184921178776.post-25693168917991505832012-08-16T06:38:06.389+05:302012-08-16T06:38:06.389+05:30दस्तावेजी मसीहाई उदगार दस्तावेजी मसीहाई उदगार Arvind Mishrahttps://www.blogger.com/profile/02231261732951391013noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1560745184921178776.post-13222418532728908592012-08-16T00:23:08.291+05:302012-08-16T00:23:08.291+05:30अर्थपूर्ण दस्तावेज!!
समयानुरूप प्रस्तुतिकरण!!अर्थपूर्ण दस्तावेज!!<br />समयानुरूप प्रस्तुतिकरण!!सुज्ञhttps://www.blogger.com/profile/04048005064130736717noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1560745184921178776.post-36858635824734116622012-08-15T22:50:49.342+05:302012-08-15T22:50:49.342+05:30मेरे विचार से ईसाई कौम 1947 के पहले भी आजाद थीं अै...मेरे विचार से ईसाई कौम 1947 के पहले भी आजाद थीं अैर उसके बाद सबसे ज्यादा आजाद भी वे ही हैं।महेन्द्र वर्माhttps://www.blogger.com/profile/03223817246093814433noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1560745184921178776.post-16368850184745755512012-08-15T22:29:32.440+05:302012-08-15T22:29:32.440+05:30उसे सफल बनाने के लिए यीशु मसीह का आशीर्वाद आवश्यक ...उसे सफल बनाने के लिए यीशु मसीह का आशीर्वाद आवश्यक है , दिलचस्प राजेश सिंहhttps://www.blogger.com/profile/02628010904084953893noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1560745184921178776.post-65753706452682259602012-08-15T22:22:39.084+05:302012-08-15T22:22:39.084+05:30छत्तीसगढ़ ओरिसा चर्च कौंसिल का रजिस्टर का अंश .....छत्तीसगढ़ ओरिसा चर्च कौंसिल का रजिस्टर का अंश ...?<br /><br />waah इस दस्तावेजी लेख के लिए आभार ...!!हरकीरत ' हीर'https://www.blogger.com/profile/09462263786489609976noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1560745184921178776.post-56172943459540221772012-08-15T21:47:15.559+05:302012-08-15T21:47:15.559+05:30अरे वाह!!! संग्रहणीय. आभार.अरे वाह!!! संग्रहणीय. आभार.वन्दना अवस्थी दुबेhttps://www.blogger.com/profile/13048830323802336861noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1560745184921178776.post-54729802191449800432012-08-15T20:28:10.234+05:302012-08-15T20:28:10.234+05:30आपका पोस्ट सदैव नवीन जानकारियों से भरा रहता है और ...आपका पोस्ट सदैव नवीन जानकारियों से भरा रहता है और आज की कड़ी ने उसमे एक ऐतिहासिक कड़ी को जोड़कर उसे और भी खुबसूरत बना दिया . यह पोस्ट १५ अगस्त से संबंधित न होकर मानव जाति को समर्पित है .<br />आपके शोध और संकलन को प्रणाम .स्वतंत्रता दिवस की शुभकामनाएं ......Ramakant Singhhttps://www.blogger.com/profile/06645825622839882435noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1560745184921178776.post-30908949300303001002012-08-15T19:40:21.822+05:302012-08-15T19:40:21.822+05:30''ईसाइयों ने (Joint electorate ) युक्त नि...''ईसाइयों ने (Joint electorate ) युक्त निर्वाचन के सिद्धांत को स्वीकार किया है। हम लोग साम्प्रदायिकता के हमेशा विरोधी रहे हैं। हमने ये बात अपने कार्यों से भी स्पष्ट कर दी है। हम नहीं चाहते कि हमें कोई एक प्रथक सम्प्रदाय समझे।''<br /><br />उचित विचार प्रतीत होते हैं|संजय @ मो सम कौन...https://www.blogger.com/profile/14228941174553930859noreply@blogger.com