tag:blogger.com,1999:blog-1560745184921178776.post1700892581739342151..comments2024-03-26T11:26:04.832+05:30Comments on सिंहावलोकन: रायपुर में रजनीशRahul Singhhttp://www.blogger.com/profile/16364670995288781667noreply@blogger.comBlogger60125tag:blogger.com,1999:blog-1560745184921178776.post-87385454441656195962013-04-28T09:23:14.623+05:302013-04-28T09:23:14.623+05:30" तस्मै श्री गुरवे नम:"
आदरनीय महेन्द्..." तस्मै श्री गुरवे नम:"<br /> आदरनीय महेन्द्र वर्मा जी की तरह मुझे भी लगा जैसे मैं कोई नाटक देख रही हूँ । राहुल जी की शैली ,थिरकती हुई ,इटलाती हुई,गुनगुनाती हुई,मुस्कुराती हुई आती है और दर्शक को भिगो <br />कर ,पलट- पलट कर निहारती हुई ,यह कहती हुई जाती है - "दया-मया धरे रइहव"।<br /> Sanskrit के विषय मे आपके पावन विचारो को जानने का अवसर मिला ,धन्य हैं आप ।shakuntala sharma ,shaakuntalam.blogspot.comnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1560745184921178776.post-31748845442372825392011-07-22T19:09:32.821+05:302011-07-22T19:09:32.821+05:30रोचक संस्मरण!
ओशो के संस्मरणों में जिक्र मिलता है ...रोचक संस्मरण!<br />ओशो के संस्मरणों में जिक्र मिलता है कि जब वे सीधे म.प्र के शिक्षा मंत्री से महाविद्यालय में लेक्चरार पद की नियुक्ति लेकर आये तो शिक्षा विभाग ने गलती से उन्हे पहली नियुक्त्ति रायपुर के संस्कृत महाविद्यालय में दे दी जबकि वहाँ दर्शनशास्त्र का विषय नहीं था। गलती सुधारते सुधारते छह महीने लगे और वहाँ से वे जबलपुर गये। छह महीने उन्होने रायपुर में काटे...।Anonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1560745184921178776.post-5703535984104945612011-07-22T18:45:09.397+05:302011-07-22T18:45:09.397+05:30अच्छी लगीं संस्मरण .अच्छी जानकारी मिली..अच्छी लगीं संस्मरण .अच्छी जानकारी मिली..Amrita Tanmayhttps://www.blogger.com/profile/06785912345168519887noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1560745184921178776.post-77197902226141517582011-07-21T10:51:42.720+05:302011-07-21T10:51:42.720+05:30संस्मरण को काफी रोचक लिखा है.संस्मरण को काफी रोचक लिखा है.Manoranjan Manu Shrivastavhttps://www.blogger.com/profile/10888973823530693439noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1560745184921178776.post-67004140152923108282011-07-21T08:12:45.933+05:302011-07-21T08:12:45.933+05:30राहुल जी,
नमस्कार
संस्कृत महाविद्यालय का उल्लेख ब...राहुल जी,<br />नमस्कार <br />संस्कृत महाविद्यालय का उल्लेख बहुत अच्छा लगा <br />गुरूपूर्णिमा के अवसर पर बेहतरीन पोस्ट <br />आपके संस्मरणात्मक आलेख से बहुत कुछ जानकारी मिली.....!संजय भास्कर https://www.blogger.com/profile/08195795661130888170noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1560745184921178776.post-51495672902660886872011-07-20T14:04:41.366+05:302011-07-20T14:04:41.366+05:30"यही मेरे पुरातत्व/संस्कृति विभाग की इस शासकी..."यही मेरे पुरातत्व/संस्कृति विभाग की इस शासकीय सेवा की पृष्ठभूमि बना लेकिन इन सब उपलब्धियों की तुलना में यह महाविद्यालय गुरूकुलनुमा आत्मीय माहौल के साथ संस्कार केन्द्र के रूप में अधिक स्मरणीय है।"<br />आत्मीयता से भरपूर,कई रोचक प्रसंग लिए आपका यह संस्मरण अत्यंत ज्ञानवर्द्धक एवं रोचक है.Rajivhttps://www.blogger.com/profile/05867052446850053694noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1560745184921178776.post-1723434582467887292011-07-19T16:27:21.859+05:302011-07-19T16:27:21.859+05:30यादों के सहारे इतिहास को बयां करते हुए नई सीख देने...यादों के सहारे इतिहास को बयां करते हुए नई सीख देने का अद्भुत तरीका पसंद आया.nature7speaks.blogspot.comhttps://www.blogger.com/profile/12029741467871950637noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1560745184921178776.post-65554591620750314722011-07-19T13:56:10.089+05:302011-07-19T13:56:10.089+05:30कुछ साल पहले शंकर दयाल सिंह से जुड़ी कुछ स्मृतियाँ...कुछ साल पहले शंकर दयाल सिंह से जुड़ी कुछ स्मृतियाँ मैंने कादम्बिनी में पढ़ी थी, संस्कृत कालेज की कक्षाओं के विषय में थी, आपकी पोस्ट ने उस याद को ताजा कर दिया। विवेकानंद जी के बाद रजनीश पर प्रस्तुति देकर आपने पाठकों की रुचि इस विषय में और बढ़ाई है लेकिन जब आपकी उत्सुकता और बढ़ जाती है तब लेख समाप्त हो जाता है। रजनीश से जुड़े वहाँ के लोगों के अनुभवों पर यदि आप और प्रकाश डाल सकें तो इस सुंदर कड़ी को आगे बढ़ाया जा सकेगा।sourabh sharmahttps://www.blogger.com/profile/11437187263808603551noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1560745184921178776.post-1564035757721244182011-07-19T00:11:27.474+05:302011-07-19T00:11:27.474+05:30उस उम्र के अनुभवों से एक खासा लगाव होता है. कभी न ...उस उम्र के अनुभवों से एक खासा लगाव होता है. कभी न भूलने वाली स्मृतियाँ होती है.<br />ऐसे कमरे में रहना भी एक गजब का अनुभव रहा होगा.Abhishek Ojhahttps://www.blogger.com/profile/12513762898738044716noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1560745184921178776.post-227911853935870102011-07-18T07:42:13.504+05:302011-07-18T07:42:13.504+05:30रोचक संस्मरण! बहुत अच्छा लगा इसे बांचना!रोचक संस्मरण! बहुत अच्छा लगा इसे बांचना!अनूप शुक्लhttps://www.blogger.com/profile/07001026538357885879noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1560745184921178776.post-51620977375482977642011-07-18T03:17:38.628+05:302011-07-18T03:17:38.628+05:30आपके पास भी खजाना है....जय हो!! बहुत रोचक!!आपके पास भी खजाना है....जय हो!! बहुत रोचक!!Udan Tashtarihttps://www.blogger.com/profile/06057252073193171933noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1560745184921178776.post-48405285896807396002011-07-17T23:33:38.303+05:302011-07-17T23:33:38.303+05:30रोचक संस्मरण! आप तो खुद ही गुरू हैं।रोचक संस्मरण! आप तो खुद ही गुरू हैं।Smart Indianhttps://www.blogger.com/profile/11400222466406727149noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1560745184921178776.post-46609431476240129782011-07-17T21:23:52.809+05:302011-07-17T21:23:52.809+05:30आपका यह संस्मरण अच्छा लगाआपका यह संस्मरण अच्छा लगासुधीर राघवhttps://www.blogger.com/profile/00445443138604863599noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1560745184921178776.post-302314757516421762011-07-17T15:08:50.060+05:302011-07-17T15:08:50.060+05:30Guru purnima par aapaka lekh aur sansmaran adbhut ...Guru purnima par aapaka lekh aur sansmaran adbhut manata, dhanyawad. Aapane guru ko smaran kiya unhe, jinhone aapako parhaya, we nishchit hi aap par garv karate hain. Aapako punah dhanyawad.Ramakant Singhhttps://www.blogger.com/profile/06645825622839882435noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1560745184921178776.post-51783592632289079652011-07-17T14:53:54.082+05:302011-07-17T14:53:54.082+05:30This comment has been removed by the author.Ramakant Singhhttps://www.blogger.com/profile/06645825622839882435noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1560745184921178776.post-49095397747493907112011-07-17T13:06:02.403+05:302011-07-17T13:06:02.403+05:30गुरु पूर्णिमा के अवसर पर अपने शिक्षकों की स्मृति क...गुरु पूर्णिमा के अवसर पर अपने शिक्षकों की स्मृति का प्रेरक कार्य किया है आपने. रजनीश जी की तो अनोखी जानकारी दी आपने. आभार.अभिषेक मिश्रhttps://www.blogger.com/profile/07811268886544203698noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1560745184921178776.post-4843438913905450442011-07-17T10:39:36.702+05:302011-07-17T10:39:36.702+05:30राहुल जी, पहले दफा आपके अड्डे पर आना हुआ। संस्मरण ...राहुल जी, पहले दफा आपके अड्डे पर आना हुआ। संस्मरण पढ़कर काफी अच्छा लगा। अब आवाजाही बनी रहेगी।Girindra Nath Jha/ गिरीन्द्र नाथ झाhttps://www.blogger.com/profile/12599893252831001833noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1560745184921178776.post-89140806964774386412011-07-17T08:46:14.868+05:302011-07-17T08:46:14.868+05:30व्यापक गुरू-गुण संस्मरण!! हमारी विचारधाराएं उनकी श...व्यापक गुरू-गुण संस्मरण!! हमारी विचारधाराएं उनकी शिक्षाओं से ही पनपती पुष्ट होती है। -सापेक्ष दृष्टिकोण।सुज्ञhttps://www.blogger.com/profile/04048005064130736717noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1560745184921178776.post-51209273154757947082011-07-16T21:34:42.849+05:302011-07-16T21:34:42.849+05:30ईमेल पर बालमुकुंद तंबोली जी-
Osho k baare me rocha...ईमेल पर बालमुकुंद तंबोली जी-<br />Osho k baare me rochak jaankaari mili. Vaise, Osho ne mujhe sabse adhik prabhavit kiya hai. uske discourses me kavita hai, darshan hai, tarkikta , vyavharikta aur saundaryabodh hai. Baki kisi k gurutva ne mujhe prabhavit nahi kiya, par osho se jarur prabhavit hun. He was, in fact ,in my opinion, the 'most unique' person in the whole history.<br />SOME KNOW, BUT CANNOT EXPLAIN, SOME DONT KNOW BUT/AND TRY TO EXPLAIN, HE KNEW THE MYSTERY AND EXPLAINED TO A GREAT EXTENT.Rahul Singhhttps://www.blogger.com/profile/16364670995288781667noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1560745184921178776.post-56668338751925428252011-07-16T20:44:02.154+05:302011-07-16T20:44:02.154+05:30राहुल जी .. आपको बधाई कितने बार दूं .. ये मेरी समझ...राहुल जी .. आपको बधाई कितने बार दूं .. ये मेरी समझ से परे है । आपका हर पोस्ट अपने आप में नयापन लिये होता है । विषयों की विविधता रहती है .. आपके प्रत्येक पोस्ट में ।<br />एक अच्छी अभिव्यक्ति के लिये .. पुनः आपको बधाई ..<br />- डा. जेएसबी नायडू ( रायपुर )Anonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1560745184921178776.post-58200043964128312302011-07-16T20:23:08.923+05:302011-07-16T20:23:08.923+05:30तय नही कर पा रहा हूँ कि आपकी इस पोस्ट पर क्या लि...तय नही कर पा रहा हूँ कि आपकी इस पोस्ट पर क्या लिखूँ? पढ रहा था आपकी पोस्ट और याद आ रहा था, अपना, कॉलेज का समय। सूर्यभानु गुप्त का एक षेर शायद मेरी बात आप तक पहुँचा सके -<br /><br />यादों की इक किताब में कुछ खत दबे मिले<br />सूखे हुए दरख्त का चेहरा हरा हुआविष्णु बैरागीhttps://www.blogger.com/profile/07004437238267266555noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1560745184921178776.post-21345177702767961842011-07-16T14:02:12.224+05:302011-07-16T14:02:12.224+05:30आनंद आ गया. दुर्गा महाविद्यालय से मेरा भी वास्ता र...आनंद आ गया. दुर्गा महाविद्यालय से मेरा भी वास्ता रहा है.P.N. Subramanianhttps://www.blogger.com/profile/01420464521174227821noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1560745184921178776.post-51756349894952306432011-07-16T13:01:33.864+05:302011-07-16T13:01:33.864+05:30जो कभी हमें वर्तमान लगता है समय के साथ वह इतिहास ह...जो कभी हमें वर्तमान लगता है समय के साथ वह इतिहास हो जाता है ...बहुत कुछ छूट जाता है और बहुत कुछ जीवन को आगे बढ़ाने का साधन बनता है बस यही जीवन है ......आपने शिक्षा काल के विभिन्न पहलुओं को इस पोस्ट के माध्यम से सामने लाकर एक कड़ी को जीवंत कर दिया .....आपका आभारकेवल रामhttps://www.blogger.com/profile/04943896768036367102noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1560745184921178776.post-64678691778190875812011-07-16T13:00:00.193+05:302011-07-16T13:00:00.193+05:30nayi jaankari........abharnayi jaankari........abharamrendra "amar"https://www.blogger.com/profile/00750610107988470826noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1560745184921178776.post-80173318845921339742011-07-16T12:41:58.342+05:302011-07-16T12:41:58.342+05:30नयी जानकारी के लिए आभार ...
सुशील सखुजा (शिल्पकार ...नयी जानकारी के लिए आभार ...<br />सुशील सखुजा (शिल्पकार )sushil sakhujahttps://www.blogger.com/profile/06794915928180337211noreply@blogger.com