tag:blogger.com,1999:blog-1560745184921178776.post1527307502507590733..comments2024-03-29T11:26:01.369+05:30Comments on सिंहावलोकन: संत बाबू - जाज्वल्या 2008Rahul Singhhttp://www.blogger.com/profile/16364670995288781667noreply@blogger.comBlogger5125tag:blogger.com,1999:blog-1560745184921178776.post-57190880169482023702022-10-29T11:15:28.213+05:302022-10-29T11:15:28.213+05:30सादर प्रणाम, सर| आपके गरिमा पूर्ण, सु संस्कारित ब्...सादर प्रणाम, सर| आपके गरिमा पूर्ण, सु संस्कारित ब्यक्तित्व में संतत्व परिलक्षित होता है| <br /> लेख पढ़कर अत्यधिक प्रसन्नता हुई |Anonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1560745184921178776.post-78146923967064274122022-10-19T05:55:36.116+05:302022-10-19T05:55:36.116+05:30Pls see my new books on Amazon Kindle. After avala...Pls see my new books on Amazon Kindle. After avalamban these are my latest poems... <br />https://www.amazon.in/Manish-Shrivastaw/e/B07BBTF53JAnonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1560745184921178776.post-18098432717182011962022-10-12T19:04:36.352+05:302022-10-12T19:04:36.352+05:30अदभूत लेख, ऐसे विभूतियों के ऊपर अवश्य लिखा जाना चा...अदभूत लेख, ऐसे विभूतियों के ऊपर अवश्य लिखा जाना चाहिए। लेखन प्रकाशन के लिए साधुवाद।Ashwini Kesharwanihttps://www.blogger.com/profile/04291947276851549603noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1560745184921178776.post-70628552028869239882022-10-12T18:47:11.247+05:302022-10-12T18:47:11.247+05:30संत दादा जब बखरी के सामने बैइठक म बैइठे रहत रहिस त...संत दादा जब बखरी के सामने बैइठक म बैइठे रहत रहिस त उंकर गोठ छूए बिना बस्ती अंदर कोनो नई जावत रहिस बड़ सम्मान पाए हे दादा जी <br />ओकर संग के सियान मन ऊला महराज जी भी कहय अब -- महराज जी काबर कहय ए मैं आज तक नई समझ पाएं --- संत दादा जी ल शत् शत् नमन संजीव चंदेलhttps://www.blogger.com/profile/02389158243861120030noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1560745184921178776.post-16974359345000966252022-10-12T18:23:55.419+05:302022-10-12T18:23:55.419+05:30आदरणीय हमारे जैसों के लिए आप का ब्लॉग किसी खजाने ...आदरणीय हमारे जैसों के लिए आप का ब्लॉग किसी खजाने से काम नहीं। लेख में अमलीपाली में जिस स्कूल भवन की बात की गई है उसी भवन में पिछले वर्ष हमने हमारे स्कूल के nss का सात दिवसीय विशेष शिविर आयोजित किया था। सच में वह भवन आज भी नये बने स्कूलो से ज्यादा मज़बूत और सुंदर है। आधुनिक अकलतरा निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले नायक के विषय में बतलाते इस लेख के लिए आप को सादर धन्यवाद🙏Varsha yadavnoreply@blogger.com