tag:blogger.com,1999:blog-1560745184921178776.post937492717045757942..comments2024-03-26T11:26:04.832+05:30Comments on सिंहावलोकन: राम-रहीमRahul Singhhttp://www.blogger.com/profile/16364670995288781667noreply@blogger.comBlogger31125tag:blogger.com,1999:blog-1560745184921178776.post-74332056392192827152018-10-10T23:26:10.411+05:302018-10-10T23:26:10.411+05:30Good Good Anonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1560745184921178776.post-1484450466371073522013-06-11T11:10:52.737+05:302013-06-11T11:10:52.737+05:30सिंह साहब,
ऐसी जानकारी को सामने लाने की आज बहुत ज...सिंह साहब, <br />ऐसी जानकारी को सामने लाने की आज बहुत ज़रूरत है, साधुवाद.... Rahul Gaurhttps://www.blogger.com/profile/07435518686025024393noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1560745184921178776.post-1494430301000572482012-09-21T11:15:12.496+05:302012-09-21T11:15:12.496+05:30बहुत बढ़िया सिलसिलेवार जानकारी के लिए आपका धन्यवाद...बहुत बढ़िया सिलसिलेवार जानकारी के लिए आपका धन्यवाद, ये कुछ कट्टरपंथियों और नेताओ की करतूत है वरना आम इंसान कभी फ़सादाद नहीं चाहता । Rajputhttps://www.blogger.com/profile/08136572133212539916noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1560745184921178776.post-7504603716575427122012-09-19T19:42:46.764+05:302012-09-19T19:42:46.764+05:30इस बार नए पोस्ट मे विलम्ब होता लग रहा है ...इस बार नए पोस्ट मे विलम्ब होता लग रहा है ...Dr. Braj Kishorhttps://www.blogger.com/profile/06982842671013664280noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1560745184921178776.post-3286266188641832062012-09-16T11:20:27.975+05:302012-09-16T11:20:27.975+05:30यह सब तो अच्छा है पर अच्छा चलते-चलते जो गड़बड़ ह...यह सब तो अच्छा है पर अच्छा चलते-चलते जो गड़बड़ हो जाता है वह भी ठीक हो,तब बात बने !प्रतिभा सक्सेनाhttps://www.blogger.com/profile/12407536342735912225noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1560745184921178776.post-19350978292278736272012-09-14T05:52:03.709+05:302012-09-14T05:52:03.709+05:30:):)Smart Indianhttps://www.blogger.com/profile/11400222466406727149noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1560745184921178776.post-70950422081566847872012-09-14T05:51:06.560+05:302012-09-14T05:51:06.560+05:30आलेख में बहुत सुन्दर जानकारी, वैसी ही टिप्पणी। हो ...आलेख में बहुत सुन्दर जानकारी, वैसी ही टिप्पणी। हो सके तो "शमशीर बोलती थी वंदेमातरम्" यह पूरी कविता की पंक्तियाँ भी ब्लॉग पर लगाइये! Smart Indianhttps://www.blogger.com/profile/11400222466406727149noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1560745184921178776.post-6066135361968203892012-09-13T13:26:16.811+05:302012-09-13T13:26:16.811+05:30वाह ? मै अचम्भित हूं लेकिन अभी भी सशंकित हूं कि ना...वाह ? मै अचम्भित हूं लेकिन अभी भी सशंकित हूं कि ना तो मुठठी भर लोगो के कारण सबको कटटरपंथी कहा जा सकता है ना ही सभी को उदारवादी travel ufohttps://www.blogger.com/profile/15497528924349586702noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1560745184921178776.post-39478399034751264292012-09-12T00:56:51.147+05:302012-09-12T00:56:51.147+05:30मैं भी बस श्रद्धावश शीश ही झुका पाऊँगा मैं भी बस श्रद्धावश शीश ही झुका पाऊँगा Avinash Chandrahttps://www.blogger.com/profile/01556980533767425818noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1560745184921178776.post-88292875618249557442012-09-10T18:19:36.546+05:302012-09-10T18:19:36.546+05:30बहुत अच्छा लगा. बहुत अच्छा लगा. P.N. Subramanianhttps://www.blogger.com/profile/01420464521174227821noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1560745184921178776.post-30543547715806362672012-09-09T10:28:14.847+05:302012-09-09T10:28:14.847+05:30मुझे याद आ गए "चचा" जो मेरे पिताजी के दो...मुझे याद आ गए "चचा" जो मेरे पिताजी के दोस्त हैं .. ...बिना काम के रोज घर आते रहे बिना नागा किये ...पिताजी के काम में व्यस्त होने या घर पर न रहने पर भी ...और आज भी पिताजी के देहांत के १२ साल बाद भी दशहरा मिलन के लिए घर आते हैं ...और केले लाना नहीं भूलते हम सबके लिए...Archana Chaojihttps://www.blogger.com/profile/16725177194204665316noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1560745184921178776.post-78893247586912060592012-09-09T06:50:10.102+05:302012-09-09T06:50:10.102+05:30तेजो महालय का मुद्दा विश्व हिन्दू परिषद के अजण्डे ...तेजो महालय का मुद्दा विश्व हिन्दू परिषद के अजण्डे में आ ही जायेगा बरास्ते हिन्दी ब्लॉगजगत! :-) Gyan Dutt Pandeyhttps://www.blogger.com/profile/05293412290435900116noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1560745184921178776.post-25359310302827965312012-09-08T16:11:47.053+05:302012-09-08T16:11:47.053+05:30सौहार्द-सद्भाव का रस...राम-रहीम
राम और रहीम में भ...सौहार्द-सद्भाव का रस...राम-रहीम<br /> राम और रहीम में भेद मानने वाले मानवों की श्रेणी में नहीं आते हैं, वें मानव जैसे दिखते जरूर हैं पर होते नहीं। वही लोग सद्भावना के प्रतिमूर्तिओं के प्रदेंश में संप्रदायिक दंगे भड़का रहे है। मजहब, धर्म और क्षेत्रियता के नाम पर दंगा करने वाले शायद संवदेनाहिन कोख की उपज हैं।<br />jayant sahu_जयंतhttps://www.blogger.com/profile/02414362150433374382noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1560745184921178776.post-36481473442140819222012-09-08T08:50:31.709+05:302012-09-08T08:50:31.709+05:30Jabarjast!
Jabarjast!<br />Mrigdevhttps://www.blogger.com/profile/01776950706073824444noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1560745184921178776.post-59403570721766662502012-09-07T21:45:05.291+05:302012-09-07T21:45:05.291+05:30अयोध्या का मंदिर विवाद जब चरम पर था उस पर एक प्रगत...अयोध्या का मंदिर विवाद जब चरम पर था उस पर एक प्रगतिशील लेखक ने एक अनमोल बात कही थी कि-यदि मुस्लिम मानते है कि वह एक मस्जिद है तो उन्हें तो खुश होना चाहिए कि हजारों हिन्दुओं का मस्तक उनके खुदा के सामने सज़दे में झुकता है और यदि हिन्दू उसे मंदिर मानते है तो उन्हें यह देख कर खुश होना चाहिए कि उनके ईश्वर कि इबादत में मुसलमान अपना सर झुकाते हैं राजेश सिंहhttps://www.blogger.com/profile/02628010904084953893noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1560745184921178776.post-31816517809665807362012-09-07T02:51:26.624+05:302012-09-07T02:51:26.624+05:30सद्भाव बना रहे...सद्भाव बना रहे...लोकेन्द्र सिंहhttps://www.blogger.com/profile/08323684688206959895noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1560745184921178776.post-60074660529038056572012-09-06T08:26:35.666+05:302012-09-06T08:26:35.666+05:30इनकी आवाजें भी अगर उपलब्ध करवाते तो और मजा आ जाता ...इनकी आवाजें भी अगर उपलब्ध करवाते तो और मजा आ जाता ।विवेक रस्तोगीhttps://www.blogger.com/profile/01077993505906607655noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1560745184921178776.post-38658963098375508882012-09-06T07:17:28.754+05:302012-09-06T07:17:28.754+05:30सिंह साहब, दिलो में भले ही लाख दरारे हो, इंसानियत ...सिंह साहब, दिलो में भले ही लाख दरारे हो, इंसानियत कभी भी ख़त्म नहीं होती!amanvaishnavihttps://www.blogger.com/profile/04526620740401350882noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1560745184921178776.post-66410515225704598972012-09-06T01:26:09.023+05:302012-09-06T01:26:09.023+05:30मज़हब नही सिखाता आपस में बैर रखना ।मज़हब नही सिखाता आपस में बैर रखना ।Asha Joglekarhttps://www.blogger.com/profile/05351082141819705264noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1560745184921178776.post-48779413471099817452012-09-05T08:05:29.182+05:302012-09-05T08:05:29.182+05:30वाह !
नेता जी को पता लगने दीजिये
लेख पर बैन लगा द...वाह !<br /><br />नेता जी को पता लगने दीजिये<br />लेख पर बैन लगा दिया जायेगा<br />मिलावट धर्मो की एक जगह की है<br />कह के अंदर कर दिया जायेगा !सुशील कुमार जोशीhttps://www.blogger.com/profile/09743123028689531714noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1560745184921178776.post-8806938357964642052012-09-05T03:47:34.537+05:302012-09-05T03:47:34.537+05:30जै जै !
अद्भुत. अनुकरणीय !जै जै !<br />अद्भुत. अनुकरणीय !Abhishek Ojhahttps://www.blogger.com/profile/12513762898738044716noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1560745184921178776.post-9984281109063406282012-09-05T00:34:29.788+05:302012-09-05T00:34:29.788+05:30धर्म के नाम पर लड़वाने का काम कौन करता है यह जगजाह...धर्म के नाम पर लड़वाने का काम कौन करता है यह जगजाहिर है ....भीष्म साहनी का लिखा तमस याद आ जाता है ... <br /><br />बहुत अच्छी जानकारी देती पोस्ट संगीता स्वरुप ( गीत )https://www.blogger.com/profile/18232011429396479154noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1560745184921178776.post-68896699498379443092012-09-04T21:42:06.094+05:302012-09-04T21:42:06.094+05:30हिंदू-मुस्लिम एकता के ऐसी मिसालें देश के कोने-कोने...हिंदू-मुस्लिम एकता के ऐसी मिसालें देश के कोने-कोने में मिल जायेंगी...नफ़रत फैलाने वालों को तो अपनी रोटी सेंकनी होती है... इन सहृदय लोगों के लिए मन में सहज श्रद्धा जगती है..Satish Chandra Satyarthihttps://www.blogger.com/profile/09469779125852740541noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1560745184921178776.post-103501986832545802012-09-04T20:27:53.977+05:302012-09-04T20:27:53.977+05:30.
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"मुस्लिमों के साथ नजाकत-तहजीब, शेरो-शाय....<br />.<br />.<br /><b>"मुस्लिमों के साथ नजाकत-तहजीब, शेरो-शायरी, बिरयानी और जिक्र आता है ताजमहल का। वैसे कई-एक की नजर में ''ताजमहल प्रारम्भ से ही बेगम मुमताज का मकबरा न होकर, प्राचीन शिव मन्दिर है जिसे तेजो महालय कहा जाता था।''</b><br /><br />हाँ, यह 'तेजोमहालय' या मुम'ताज' महल वाली बहस अपने ब्लॉगवुड में हमेशा ही चलती रहती है... आप विषय विशेषज्ञ हैं इसलिये आप क्या कहते हैं इस बारे में ?...<br /><br /><br />...प्रवीण https://www.blogger.com/profile/14904134587958367033noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1560745184921178776.post-82349020077516979842012-09-04T20:07:38.436+05:302012-09-04T20:07:38.436+05:30हालांकि जिस कॉलोनी में मैं रहता हूं वहां मीरा दाता...हालांकि जिस कॉलोनी में मैं रहता हूं वहां मीरा दातार है लेकिन मैं असल में कभी समझ नहीं पाया कि मीरा दातार असल में है क्या, क्या होता है वहां।<br /><br />बाकी यह पोस्ट बहुत ही सुंदर। हमारे सद्भाव व एका को प्रदर्शित करती हुई। Sanjeet Tripathihttps://www.blogger.com/profile/18362995980060168287noreply@blogger.com