tag:blogger.com,1999:blog-1560745184921178776.post6008482334640690957..comments2024-03-29T11:26:01.369+05:30Comments on सिंहावलोकन: नायकRahul Singhhttp://www.blogger.com/profile/16364670995288781667noreply@blogger.comBlogger47125tag:blogger.com,1999:blog-1560745184921178776.post-45607042815016666292011-07-19T20:26:19.664+05:302011-07-19T20:26:19.664+05:30राहुल जी , नायक तो एक पात्र होता है . पात्र का व्य...राहुल जी , नायक तो एक पात्र होता है . पात्र का व्यक्ति विशेष के व्यक्तित्त्व से क्या सम्बन्ध ? एक अच्छा कलाकार सभी तरह के पात्र निभा सकता है जैसे संजीव कुमार थे .<br />इसलिए यह विभागीकरण पात्रों का होना चाहिए .डॉ टी एस दरालhttps://www.blogger.com/profile/16674553361981740487noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1560745184921178776.post-45376248569600786172011-07-18T03:19:43.115+05:302011-07-18T03:19:43.115+05:30आपकी पोस्ट पर जिस आशा से आता हूँ...हमेशा उस पर खरी...आपकी पोस्ट पर जिस आशा से आता हूँ...हमेशा उस पर खरी उतरती है....वैसे ही यह भी!!!Udan Tashtarihttps://www.blogger.com/profile/06057252073193171933noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1560745184921178776.post-77121414086094975902011-07-17T14:34:38.127+05:302011-07-17T14:34:38.127+05:30फ़िल्मी कलाकारों के माध्यम से चरित्र समझना ...
बह...फ़िल्मी कलाकारों के माध्यम से चरित्र समझना ... <br />बहुत अच्छी लगी आपकी ये पोस्ट ...दिगम्बर नासवाhttps://www.blogger.com/profile/11793607017463281505noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1560745184921178776.post-59627565687184730052011-07-15T22:32:06.072+05:302011-07-15T22:32:06.072+05:30बहुत सुन्दर रचना .बहुत सुन्दर रचना .ASHOK BAJAJhttps://www.blogger.com/profile/07094278820522966788noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1560745184921178776.post-41483144821656067772011-07-15T08:43:57.733+05:302011-07-15T08:43:57.733+05:30नायकों का ऐसा आंकलन? वाह..
हमेशा आपकी पोस्ट मुझे च...नायकों का ऐसा आंकलन? वाह..<br />हमेशा आपकी पोस्ट मुझे चकित कर देती है..<br />ऐसी विषयों पर भी आप कितनी सहजता से लिख लेते हैं...मैं सीखता हूँ बहुत कुछ..abhihttps://www.blogger.com/profile/12954157755191063152noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1560745184921178776.post-14689605163191565142011-07-14T15:04:52.234+05:302011-07-14T15:04:52.234+05:30सभी नायक व्यर्थ जान पड़ते हैं आज़... देश को ऐसा ना...सभी नायक व्यर्थ जान पड़ते हैं आज़... देश को ऐसा नायक चाहिए... जो दहशतगर्दियों में अपना खौफ पैदा कर सके.. जो सरल स्वभाव के लोगों को सुरक्षा दे सके... जो झूठे जाहिल और अकर्मठ लोगों (नेताओं) को ठिकाने लगा सके... <br />आज़ देश को वो नायक चाहिए जो शस्त्र पूजा करता हूँ और शास्त्र भी. <br />आज मुम्बई के सभी नायक (फिल्मी) घरों में दुबके हैं... उनमें धीरोदात्त ढूँढ़ना व्यर्थ है... फिर भी कई ऐसे अभिनेता जनमानस में बड़ी श्रद्धा पाते हैं... मैं मानता हूँ कि यदि फिल्म जगत के नायक जनता के दिलों के भी नायक होना चाहते हैं तो वे प्रशासन पर दबाव बना सकते हैं... एक जनक्रांति खड़ी कर सकते हैं.... जनता फिल्मी कलाकारों की अधिक सुनती रही है. लेकिन वे केवल मीडिया के सामने ही गला फाड़ने के अभ्यस्त हो चुके हैं... कुछ करने से रहे.<br /><br />आशा जग सकती है ... कोई तो पहल करता दिखे.प्रतुल वशिष्ठhttps://www.blogger.com/profile/00219952087110106400noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1560745184921178776.post-50240159961478253022011-07-14T14:53:26.257+05:302011-07-14T14:53:26.257+05:30बहुत बढि़या नायक विमर्श।बहुत बढि़या नायक विमर्श।जीवन और जगत https://www.blogger.com/profile/05033157360221509496noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1560745184921178776.post-60577335190390639062011-07-14T12:07:58.550+05:302011-07-14T12:07:58.550+05:30बात भरत मुनि से जब आरंभ की तो नायकों में सबसे बड़े ...बात भरत मुनि से जब आरंभ की तो नायकों में सबसे बड़े नायक सोलह कलाओं से युक्त लीला धारी श्रीकृष्ण को भी नायक कहा गया है और उनके नाटक नौटंकी की सीमा तो... आप बड़ी चालाकी से शुरू तो करते हैं कुछ अधिक बताते नहीं बस विचारोत्तेजना में फंसा कर चल देते हैं।आगत शुक्लhttps://www.blogger.com/profile/08090458898169723881noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1560745184921178776.post-8947241759594030162011-07-14T06:34:18.082+05:302011-07-14T06:34:18.082+05:30ईमेल पर डॉ. ब्रजकिशोर जी-
यह तो फिल्मों का पुरातात...ईमेल पर डॉ. ब्रजकिशोर जी-<br />यह तो फिल्मों का पुरातात्विक और सांस्कृतिक अध्ययन वाला पोस्ट बना है, खूब.Rahul Singhhttps://www.blogger.com/profile/16364670995288781667noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1560745184921178776.post-90597354242698891902011-07-14T00:45:13.150+05:302011-07-14T00:45:13.150+05:30बहुत ही सुंदर व रोचक व्याख्या,
विवेक जैन vivj2000...बहुत ही सुंदर व रोचक व्याख्या,<br /><a href="http://vivj2000.blogspot.com/" rel="nofollow"><b> विवेक जैन </b><i>vivj2000.blogspot.com</i></a>Vivek Jainhttps://www.blogger.com/profile/06451362299284545765noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1560745184921178776.post-72244214510704886732011-07-13T23:46:18.627+05:302011-07-13T23:46:18.627+05:30पहले तो लगा कि वर्षों बाद आज उस विषय के पुनर्पाठ क...पहले तो लगा कि वर्षों बाद आज उस विषय के पुनर्पाठ का सुअवसर मिला जो पढने के क्रम में हमारे कोर्स का हिस्सा हुआ करता था,पर बाद में विषय विस्तार में आपने फ़िल्मी नायकों का उदहारण दे जिस प्रकार विषय को विस्तार दिया, एक अलग ही रंग मिला...<br /><br />रोचक पोस्ट के लिए धन्यवाद...रंजनाhttps://www.blogger.com/profile/01215091193936901460noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1560745184921178776.post-56748068942356025542011-07-13T21:01:54.274+05:302011-07-13T21:01:54.274+05:30नायक की आधुनिक सन्दर्भ में बढ़िया व्याख्या... इस द...नायक की आधुनिक सन्दर्भ में बढ़िया व्याख्या... इस दृष्टि से अपने सिनेमा के नायको को नहीं देखा था कभी... नयापन है विषय और वस्तु में...अरुण चन्द्र रॉयhttps://www.blogger.com/profile/01508172003645967041noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1560745184921178776.post-71634832714135722732011-07-12T21:39:43.441+05:302011-07-12T21:39:43.441+05:30नायक की परिभाषा जो आपने दी है और जो उदाहरण प्रस्तु...नायक की परिभाषा जो आपने दी है और जो उदाहरण प्रस्तुत की है वह अद्वितीय है. शब्द पर पकड़ और पारखी दृष्टि जैसी आपके पास है काश मेरे पास भी होती...शशि प्रियhttp://shashipriyavarma.blogspot.comnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1560745184921178776.post-45911938605293186872011-07-12T21:27:39.177+05:302011-07-12T21:27:39.177+05:30एक अलग से विषय पर अनूठी सी पोस्ट.अच्छा लगा कुछ हट ...एक अलग से विषय पर अनूठी सी पोस्ट.अच्छा लगा कुछ हट कर पढ़ना.shikha varshneyhttps://www.blogger.com/profile/07611846269234719146noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1560745184921178776.post-62962090293985080652011-07-12T20:12:21.766+05:302011-07-12T20:12:21.766+05:30"नाटक और साहित्य, दोनों से मेरा कोई सीधा रिश...<b>"नाटक और साहित्य, दोनों से मेरा कोई सीधा रिश्ता नहीं है"</b><br /><br />वाह वाह! सीधा रिश्ता नहीं होने पर भी इतना सब कुछ बताया, यदि सीधा रिश्ता होता तो पता नहीं कितना कुछ और बताते!<br /><br />बहरहाल नायिका भेद की कुछ तो जानकारी थी अब नायक भेद के विषय में भी कुछ ज्ञान मिल गया। ज्ञानवर्धन के लिए आपको धन्यवाद!Anonymoushttps://www.blogger.com/profile/09998235662017055457noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1560745184921178776.post-5649193628193880472011-07-12T15:36:48.846+05:302011-07-12T15:36:48.846+05:30टिपिकल ब्लोगिया पोस्ट से आगे बढ़ कर ऐसी पोस्ट डालन...टिपिकल ब्लोगिया पोस्ट से आगे बढ़ कर ऐसी पोस्ट डालने की हिम्मत करने के लिए आप का अभिनंदन| आगे भी जब कभी ऐसी चर्चा हो, तो मैं आने का प्रयास अवश्य करूँगा| आप से भी निवेदन सूचित करने के लिए|www.navincchaturvedi.blogspot.comhttps://www.blogger.com/profile/07881796115131060758noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1560745184921178776.post-81544226994846396322011-07-12T11:05:26.905+05:302011-07-12T11:05:26.905+05:30अस्वस्थता के कारण करीब 20 दिनों से ब्लॉगजगत से दूर...अस्वस्थता के कारण करीब 20 दिनों से ब्लॉगजगत से दूर था<br />आप तक बहुत दिनों के बाद आ सका हूँ,संजय भास्कर https://www.blogger.com/profile/08195795661130888170noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1560745184921178776.post-80719272014020608272011-07-12T11:04:58.527+05:302011-07-12T11:04:58.527+05:30बहुत अच्छी व्याख्या बढ़िया नवीन जानकारी के लिए आभा...बहुत अच्छी व्याख्या बढ़िया नवीन जानकारी के लिए आभार......संजय भास्कर https://www.blogger.com/profile/08195795661130888170noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1560745184921178776.post-22734994699697568172011-07-12T10:14:50.870+05:302011-07-12T10:14:50.870+05:30bahut rochak varnan ...........
pranam.bahut rochak varnan ........... <br /><br />pranam.सञ्जय झाhttps://www.blogger.com/profile/08104105712932320719noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1560745184921178776.post-14643078708330828482011-07-12T09:21:31.298+05:302011-07-12T09:21:31.298+05:30नायक भेद वाकई कहीं खोया हुआ था...नायिका पर बहुत लि...नायक भेद वाकई कहीं खोया हुआ था...नायिका पर बहुत लिखा जा चुका है पर नायक पर लिखने वाले वाकई कम है...बेचारा नायक. आज आपने शिकायत दूर कर दी.<br /><br />उदहारण से चीज़ें और स्पष्ट भी हो गयीं...बेहद अच्छा लगा ये पोस्ट पढ़ना.Puja Upadhyayhttps://www.blogger.com/profile/15506987275954323855noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1560745184921178776.post-47038319940986296852011-07-12T07:36:17.850+05:302011-07-12T07:36:17.850+05:30महानायक के बाद नायक पर रोचक पोस्ट
नायक के भेद को भ...महानायक के बाद नायक पर रोचक पोस्ट<br />नायक के भेद को भेदने में गुरूजी की विशेषज्ञता... अपार खुशी, <br />स्वविद्यार्थी अभिनय पाठ का महत्वतपूर्ण अध्याय साबित हुआ।हेमन्त वैष्णवhttps://www.blogger.com/profile/11017098436742905528noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1560745184921178776.post-54854144406705550052011-07-12T06:31:26.367+05:302011-07-12T06:31:26.367+05:30शास्त्रीय ढंग से नायकों का चरित्र निरूपण, बहुत अच्...शास्त्रीय ढंग से नायकों का चरित्र निरूपण, बहुत अच्छी व्याख्या।प्रवीण पाण्डेयhttps://www.blogger.com/profile/10471375466909386690noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1560745184921178776.post-62315033460618565252011-07-11T22:29:57.685+05:302011-07-11T22:29:57.685+05:30ईमेल पर महेश शर्मा जी-
जब नायिका -भेद होता है,तो ...ईमेल पर महेश शर्मा जी-<br />जब नायिका -भेद होता है,तो नायक भेद भी होगा ही, आज के समय में इन् भेदों की संख्या बदती जा रही है,कदम-कदम पर नया रुप धारण करना पड़ता है.<br />अच्छे पोस्ट के लिए फिर बधाई.Rahul Singhhttps://www.blogger.com/profile/16364670995288781667noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1560745184921178776.post-10428798959172788852011-07-11T19:21:33.439+05:302011-07-11T19:21:33.439+05:30नायिकाओं के बारे में तो भरपूर मसाला मिल जाता है,पर...नायिकाओं के बारे में तो भरपूर मसाला मिल जाता है,पर आपने नायकों को याद करके उनका मान बढ़ाया है !संतोष त्रिवेदीhttps://www.blogger.com/profile/00663828204965018683noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1560745184921178776.post-40303783435613558032011-07-11T18:19:30.426+05:302011-07-11T18:19:30.426+05:30कुछ हट कर .. लेकिन नयापन है । अच्छा लगा .. विविधता...कुछ हट कर .. लेकिन नयापन है । अच्छा लगा .. विविधता है .. आपकी अभिव्यक्तियों में .. । बधाई ..<br />- डा. जेएसबी नायडू (रायपुर)Anonymousnoreply@blogger.com