tag:blogger.com,1999:blog-1560745184921178776.post3712439520459842411..comments2024-03-29T11:26:01.369+05:30Comments on सिंहावलोकन: पंडुक-पंडुकRahul Singhhttp://www.blogger.com/profile/16364670995288781667noreply@blogger.comBlogger48125tag:blogger.com,1999:blog-1560745184921178776.post-81293733953601979912013-05-04T14:03:10.325+05:302013-05-04T14:03:10.325+05:30इस "सर्जना" नामक लघुनाटिका के सभी पात्र ...इस "सर्जना" नामक लघुनाटिका के सभी पात्र अच्छे लगे । निर्देशन गज़ब का था । निर्देशक की <br />सृजन-शीलता को सलाम । हमारे गुरुदेव आचार्य श्रीराम शर्मा कहा करते थे कि जब किसी पुरुष <br />मे स्त्री के गुण आ जाते हैं तो वह , मानव से महामानव बन जाता है । अभूतपूर्व पोस्ट ।<br />अद्वितीय , अनुकरणीय, स्तुत्य है तथापि मेरी स्त्री-सुलभ जिज्ञासा यह मानने को राज़ी नहीं है <br />कि मातृ-शक्ति के स्पर्श बिना ही यह सम्भव हुआ होगा । शकुन्तला शर्माhttps://www.blogger.com/profile/01128062702242430809noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1560745184921178776.post-38568755109130231812013-05-04T13:22:14.323+05:302013-05-04T13:22:14.323+05:30आदरणीय राहुल जी, "सर्जना" नामक इस सरस ,स...आदरणीय राहुल जी, "सर्जना" नामक इस सरस ,सुन्दर नाटिका के सभी पात्र अच्छे लगे ।<br />निर्देशन गज़ब का था । निर्देशक की संवेदन-शीलता काबिले-तारीफ है । हमारे गुरुदेव आचार्य<br />श्रीराम शर्मा कहा करते थे कि यदि किसी पुरुष में स्त्री के गुण आ जाते हैं तो वह मानव से <br />महामानव बन जाता है । यद्यपि इस संसार रुपी रंगमंच का एकमात्र सूत्रधार तो " वही" है<br />पर यहां सूत्रधार जैसे आप लग रहे हैं । ग्राह्य पोस्ट , अनुकरणीय पोस्ट ।शकुन्तला शर्माhttps://www.blogger.com/profile/01128062702242430809noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1560745184921178776.post-15974752435850452222011-08-07T22:24:54.397+05:302011-08-07T22:24:54.397+05:30पंडुक! क्या विषय है! अजब-गजब विषय पर लिखते हैं आप!...पंडुक! क्या विषय है! अजब-गजब विषय पर लिखते हैं आप! पक्षियों से तो अपना निकट का रिश्ता नहीं रहा कभी।चंदन कुमार मिश्रhttps://www.blogger.com/profile/17165389929626807075noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1560745184921178776.post-19879855961453988712011-07-07T16:44:38.491+05:302011-07-07T16:44:38.491+05:30hats off to you .. great ..
- dr jsb naidu ( raip...hats off to you .. great .. <br />- dr jsb naidu ( raipur )Anonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1560745184921178776.post-2945366113174752722011-07-04T15:24:31.145+05:302011-07-04T15:24:31.145+05:30मन खुश एकदम-पंडुक-पंडुक...मन खुश एकदम-पंडुक-पंडुक...डॉ. मनोज मिश्रhttps://www.blogger.com/profile/07989374080125146202noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1560745184921178776.post-35877143045815012342011-06-25T10:53:11.414+05:302011-06-25T10:53:11.414+05:30राहुल जी सुंदर..बहुत सुंदर..वाकई आनंद आ गया. क्या ...राहुल जी सुंदर..बहुत सुंदर..वाकई आनंद आ गया. क्या प्रस्तुति है और गौरेया और आपका क्या संबंध है एक दम भाव विभोर कर दिया. उम्मीद है पंडुक को खुला आसमान पसंद आ रहा होगा. लेकिन एक बात हमें समझनी होगी कि आज हमारी युवा पीढ़ी भी कुछ ऐसा ही जीवन जी रही है हम सब भी अपने घरों को छोड़ कर दूर दो वक्त की रोटी की तलाश में रात दिन एक कर रहे हैं. लेकिन यकीन मानिए वो लौट कर आएगा... उम्मीदें हमेशा जिंदा रखनी चाहिए..शैलेन्द्र नेगीhttps://www.blogger.com/profile/11758232333118085185noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1560745184921178776.post-8869510170330335122011-06-24T17:42:12.975+05:302011-06-24T17:42:12.975+05:30इतने धैर्य और दिलचस्पी से इस घटना का साक्षात्कार...इतने धैर्य और दिलचस्पी से इस घटना का साक्षात्कार सचित्र पोस्ट करने हेतु साधुवाद |hem pandeyhttps://www.blogger.com/profile/08880733877178535586noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1560745184921178776.post-49496752036847712282011-06-24T06:50:32.821+05:302011-06-24T06:50:32.821+05:30ईमेल पर इंदु पुरी गोस्वामी जी
आदरणीय सर!
'पंद...ईमेल पर इंदु पुरी गोस्वामी जी<br />आदरणीय सर!<br />'पंदुकी' भी पढ़ लिया.कमेन्ट पोस्ट नही हो रहा.शेल ज्यादा बड़ा हो जाने के कारन एरर बता रहा है.इसलिए यहाँ लिख रही हूँ.पोस्ट पर लगा दीजियेगा.<br /><br />' ढूंढते ढूंढते इस पोस्ट तक पहुँच ही गई.यानि मेरी जानकारी सही निकली.इसे फाख्ता भी कहते हैं अंगेजी में डव.हम बचपन में इसे कबूतर की गुलाबी बहन बोलते थे क्योंकि चेहरे से ये कुछ कुछ कबूतर जैसी दिखती है.यहं जब भी आती हूँ ,न्य पाती हूँ.मन में संतुष्टि होती है कि कुछ नया सीखा.थेंक्स.<br />पशु पक्षियों से मुझे भी बहित प्यार है और मेरे परिवार को भी.कुत्ते,बिल्ली,खरगोश सब पाले.'इन्हें' जानवरों को पालना पसंद नही.इसलिए...<br />किन्तु जब भी कोई जानवर मुसीबत में होता है या बीमार... जाने कहाँ से घर ढूढता चला आता है.बगुला,उल्लू,गिलहरी के बच्चे कबूतर,कुत्ते,गर्भिणी गाये सब ने सेवा करवाई है हमसे.हा हा हा बिना बुलाये मेहमान चले आते हैं स्वस्थ हो कर चले जाते हैं.ईश्वर की मर्जी मान कर हम उनकी सेवा कर लेते हैं.<br />जब हम बिरला सीमेंट की कोलोनी में रहते थे तब तो आस पास के गांवों में ये बात फेल गई थी कि ग्याब्हीं गाय खो गई है,'उस' कोलोनी में 'उस' क्वार्टर पर जाओ वहाँ बच्चा डे दिया होगा.वहाँ गाय मिल जायेगी.यकीन मानेंगे शीतला के दिनों में तीन साल तक लगातार दूज,पंचमी और सप्तमी के दिन मेरे ही घर के बाहर आ कर गाये बच्चे को जन्म देती थी......और अगले दिन उनके मालिक उन्हें ढूंढते हुए आते और ले जाते.एक साल घर के बाहर गाय ने बच्चे को जन्म दिया.मुझे 'सब' संभालना आ गया था.गोस्वामीजी की नाराजगी झेलते हुए भी मैंने बच्चे के जन्म में मदद की.गुड का पानी बना कर गाय को दिया.घास की व्यवस्था करी.खूब डपट सूनी.लेट हो गई थी स्कूल के लिए.फिर भी स्कूल गई.गाडी खड़ी की ही थी कि बच्चों ने आवाज लगाई -'मेडम! स्कूल के पीछे एक बकरी के बच्चा .....'<br />हा हा हा <br />जन्म किसी का भी हो इंसान के बच्चे का या किसी जीव का वो क्षण अद्भुत होता है. ईश्वर की एक नई रचना जन्म ...... 'Rahul Singhhttps://www.blogger.com/profile/16364670995288781667noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1560745184921178776.post-83196630639121474292011-06-23T21:12:53.136+05:302011-06-23T21:12:53.136+05:30इतनी कोमल पोस्ट है कि बस आज सो स्वीट कहने को जी चा...इतनी कोमल पोस्ट है कि बस आज सो स्वीट कहने को जी चाहता है!!चला बिहारी ब्लॉगर बननेhttps://www.blogger.com/profile/05849469885059634620noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1560745184921178776.post-81707698861620693772011-06-23T17:42:59.792+05:302011-06-23T17:42:59.792+05:30अनूठी और मनोरंजक पोस्ट , जो आखिर तक बच्चों की कहान...अनूठी और मनोरंजक पोस्ट , जो आखिर तक बच्चों की कहानी की तरह जोड़े रही ! शुभकामनायें !Satish Saxena https://www.blogger.com/profile/03993727586056700899noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1560745184921178776.post-90183535411568651862011-06-23T16:27:45.165+05:302011-06-23T16:27:45.165+05:30बहुत अच्छी लगी यह पोस्ट*****बहुत अच्छी लगी यह पोस्ट*****amrendra "amar"https://www.blogger.com/profile/00750610107988470826noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1560745184921178776.post-80492620097525009302011-06-23T15:21:06.695+05:302011-06-23T15:21:06.695+05:30लीजिए जी नेशनल ज्योग्राफी चेनल सा आनंद दे दिया इस ...लीजिए जी नेशनल ज्योग्राफी चेनल सा आनंद दे दिया इस आर्टिकल ने.अंडे में से बच्चे का निकलना और उसे अपने कमरे में कैद करना...बहुत धैर्य वाला काम है.आपने कितनी महंत की एक आर्टिकल के लिए और वो व्यर्थ नही गई हम सब आपके इस काम की मुक्त कंठ से सराहना करते हैं.हर फोटो बहुत सुन्दर एक सांस में पढ़ गई पूरा.यूँ हमारे यहाँ स्थानीय बोली में इस पक्षी को 'डेकड़' कहा जाता है और यूँ हिंदी में शायद फाख्ता इसी पक्षी को कहते हैं.किसी को पता हो तो बताए.Anonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1560745184921178776.post-88006536568206958552011-06-23T07:51:00.075+05:302011-06-23T07:51:00.075+05:30गागर में सागर....
सहपरिवार आनन्दित हुए....
ज्यादा...गागर में सागर....<br />सहपरिवार आनन्दित हुए....<br />ज्यादा आनन्दित बेटा।हेमन्त वैष्णवhttps://www.blogger.com/profile/11017098436742905528noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1560745184921178776.post-55816550586277772212011-06-22T21:05:49.371+05:302011-06-22T21:05:49.371+05:30सुन्दर,मनमोहक और दिल को सुकून देने वाली पोस्ट और त...सुन्दर,मनमोहक और दिल को सुकून देने वाली पोस्ट और तस्वीरें..इस तरह की पोस्ट लिख पाना सब के बस की बात नहीं,...अद्दुत पोस्ट..abhihttps://www.blogger.com/profile/12954157755191063152noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1560745184921178776.post-5962226688244623892011-06-22T18:51:02.366+05:302011-06-22T18:51:02.366+05:30जीवन सृजन होने की प्रक्रिया मन मोह लेती है, प्रकृत...जीवन सृजन होने की प्रक्रिया मन मोह लेती है, प्रकृति का सम्मोहन।प्रवीण पाण्डेयhttps://www.blogger.com/profile/10471375466909386690noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1560745184921178776.post-34273634050602774112011-06-22T18:37:07.555+05:302011-06-22T18:37:07.555+05:30अब ऐसी पोस्ट पर क्या कहें ... HATS OFF TO YOU ... ...अब ऐसी पोस्ट पर क्या कहें ... HATS OFF TO YOU ... SIR !!शिवम् मिश्राhttps://www.blogger.com/profile/07241309587790633372noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1560745184921178776.post-13828730710912198152011-06-22T14:47:13.282+05:302011-06-22T14:47:13.282+05:30Sir,mujhe to laga main Discovery Channel dekh raha...Sir,mujhe to laga main Discovery Channel dekh raha hun.Excellent.No words to comment.Rajivhttps://www.blogger.com/profile/05867052446850053694noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1560745184921178776.post-22803149545928275422011-06-22T14:17:12.551+05:302011-06-22T14:17:12.551+05:30पक्षियों की अद्भुत मनोविज्ञान एवं विकास चक्र का वर...पक्षियों की अद्भुत मनोविज्ञान एवं विकास चक्र का वर्णन <br />मगर उससे भी ज्यादा प्रसंशा आप के धैर्यपूर्वक उकेरी गयी विकास चक्र की तस्वीरों और गतिविधियों को कलमबद्ध करने को ..<br />सुन्दर पोस्टआशुतोष की कलमhttps://www.blogger.com/profile/05182428076588668769noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1560745184921178776.post-79036130265577058392011-06-22T13:08:38.162+05:302011-06-22T13:08:38.162+05:30बहुत ही बढ़िया पोस्ट....ऐसा लगा हामारे आँखों के सा...बहुत ही बढ़िया पोस्ट....ऐसा लगा हामारे आँखों के सामने हो रहा है...<br /><br />पर पंडुक... तुरंत जन्मे चूजों को छोड़कर बाहर चली जाती थी ??...मेरी बालकनी में अक्सर कबूतर अंडे दे देते हैं...पर काफी दिन तक वो चूजों को एक पल के लिए भी नहीं छोड़ती...मैं भी चावल वगैरह डालती रहती हूँ...उसके लिए.<br /> शायद बारी-बारी से दोनों देख-रेख को रहते हों...क्यूंकि दाना चुगने तो जाता ही होगा,.एक.rashmi ravijahttps://www.blogger.com/profile/04858127136023935113noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1560745184921178776.post-16311272479567630402011-06-22T12:43:05.482+05:302011-06-22T12:43:05.482+05:30बढि़या पोस्ट। इसे पढ़कर मशहूर पक्षी वैज्ञानिक सली...बढि़या पोस्ट। इसे पढ़कर मशहूर पक्षी वैज्ञानिक सलीम अली जी का गौरैया पक्षी का वर्णन याद आ गया।जीवन और जगत https://www.blogger.com/profile/05033157360221509496noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1560745184921178776.post-81292990590020975922011-06-22T11:06:11.160+05:302011-06-22T11:06:11.160+05:30मेहनत साफ नज़र आ रही है।
साधूवाद।मेहनत साफ नज़र आ रही है।<br />साधूवाद।गगन शर्मा, कुछ अलग साhttps://www.blogger.com/profile/04702454507301841260noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1560745184921178776.post-38315039804146366622011-06-22T10:03:18.799+05:302011-06-22T10:03:18.799+05:30अंडे से बच्चे तक का जन्म चित्रमय प्रस्तुत करना एक ...अंडे से बच्चे तक का जन्म चित्रमय प्रस्तुत करना एक श्रम साध्य कार्य है ..इस जानकारी को पाठकों तक पहुंचाने के लिए आभारसंगीता स्वरुप ( गीत )https://www.blogger.com/profile/18232011429396479154noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1560745184921178776.post-17779963486833003502011-06-22T08:11:08.000+05:302011-06-22T08:11:08.000+05:30पंड़क को अंडे से फुदकते और उड़ते देखना कितना रोमां...पंड़क को अंडे से फुदकते और उड़ते देखना कितना रोमांचक रहा होगा यह महसूस कर रहा हूँ.36solutionshttps://www.blogger.com/profile/03839571548915324084noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1560745184921178776.post-2613643077722444992011-06-22T05:41:14.943+05:302011-06-22T05:41:14.943+05:30ईमेल पर-
वाह भाई जी,
धैर्य और समर्पण से एक रोज की ...ईमेल पर-<br />वाह भाई जी,<br />धैर्य और समर्पण से एक रोज की घटना एक शोध बन गयी/सुंदर और प्रसंशनीय <br />सादर,<br />Dr.Bhoopendra Singh<br />T.R.S.College,REWA 486001<br />Madhya Pradesh INDIARahul Singhhttps://www.blogger.com/profile/16364670995288781667noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1560745184921178776.post-70820977743291688122011-06-22T05:29:32.898+05:302011-06-22T05:29:32.898+05:30दिल को छू गयी यह प्रविष्टि, आभार!दिल को छू गयी यह प्रविष्टि, आभार!Smart Indianhttps://www.blogger.com/profile/11400222466406727149noreply@blogger.com