tag:blogger.com,1999:blog-1560745184921178776.post2016253897820231574..comments2024-03-26T11:26:04.832+05:30Comments on सिंहावलोकन: छत्तीसगढ़ी फिल्मRahul Singhhttp://www.blogger.com/profile/16364670995288781667noreply@blogger.comBlogger32125tag:blogger.com,1999:blog-1560745184921178776.post-40515446967505850452010-12-12T14:22:02.775+05:302010-12-12T14:22:02.775+05:30bahut khubsurat jankaribahut khubsurat jankarirajesh singh kshatrihttps://www.blogger.com/profile/05830899015565164627noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1560745184921178776.post-30595732242846254672010-11-19T10:07:45.673+05:302010-11-19T10:07:45.673+05:30@बिल्लू भईया,
आपके सुझाव और वेब पर अन्यत्र भी आप...@बिल्लू भईया,<br />आपके सुझाव और वेब पर अन्यत्र भी आपकी दखल से अनुमान है कि छत्तीसगढ़ की फिल्मों और लोककला के क्षेत्र में अधिकृत जानकारियों के लिए आपका सतत और महत्वपूर्ण योगदान रहेगा.Rahul Singhhttps://www.blogger.com/profile/16364670995288781667noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1560745184921178776.post-1050776856956741182010-11-19T01:09:31.021+05:302010-11-19T01:09:31.021+05:30निरंजन तिवारी, निर्जन तिवारी हो गया है
कृपया सुधा...निरंजन तिवारी, निर्जन तिवारी हो गया है <br />कृपया सुधार लेवेंबिल्लू भईयाnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1560745184921178776.post-1712907028996881442010-11-07T13:41:20.611+05:302010-11-07T13:41:20.611+05:30छत्तीसगढ़ी में देखि हुई पहले फिल्म घर द्वार की स्मृ...छत्तीसगढ़ी में देखि हुई पहले फिल्म घर द्वार की स्मृतियाँ आज भी दिगम में है जिसमे अपने नगर अकलतरा के ही निवासी श्री ठाकुर दस आहूजा जो बहुत दिनों तक मेरे पडोसी रहे ने हीरो का रोल किया था उनसे इस फिल्म के बनाने के बारे में कई बार हुई चर्चा ने जानकारियां मिली .जो आज भी दिमाग में है. स्व मोह्हमद रफ़ी की आवाज़ में सुना हुआ छत्तीसगढ़ी गीत गोंदा फुल गे मोरे राजा गोंदा फुल गे मोरे बैरी छाती मा लगे बान गोंदा फुलगे की याद हमेशा ही बनी रहती है .<br />बहुत ही रोचक जानकारी भरे आपकी इस पोस्ट के लिया हार्दिक बधाईishwar khandeliyahttps://www.blogger.com/profile/01408727603986293583noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1560745184921178776.post-89462913935071527372010-10-30T14:52:27.720+05:302010-10-30T14:52:27.720+05:30छत्तीसगड फिल्म में सुधार ज़रूरी हे. वास्तविक छत्ती...छत्तीसगड फिल्म में सुधार ज़रूरी हे. वास्तविक छत्तीसगढ़ी कहानी पर फिल्म नहीं बन रही हे. <br /><br />Ashok Kumar Sharma<br /><br />IGRMS, BhopalAnonymoushttps://www.blogger.com/profile/17224086320801669525noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1560745184921178776.post-32326581702359453492010-10-30T14:51:46.451+05:302010-10-30T14:51:46.451+05:30छत्तीसगड फिल्म में सुधार ज़रूरी हे. वास्तविक छत्ती...छत्तीसगड फिल्म में सुधार ज़रूरी हे. वास्तविक छत्तीसगढ़ी कहानी पर फिल्म नहीं बन रही हे. <br /><br />Ashok Kumar Sharma<br /><br />IGRMS, BhopalAnonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1560745184921178776.post-9110620141758187432010-10-30T10:16:49.905+05:302010-10-30T10:16:49.905+05:30SILSILA BADHANE ME KITNE LOG AAYE
CAMERA PERSON AU...SILSILA BADHANE ME KITNE LOG AAYE<br />CAMERA PERSON AUR EDITORS KO BHI SUCHI ME SHAMIL KIYA JA SAKTA HAI.<br />TAKNIKI RUP SE VIKAS EK PAHLU BHI HO SAKTA HAISUNIL CHIPDE ,BILASPURhttps://www.blogger.com/profile/18048254530398607494noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1560745184921178776.post-61130491605424067842010-10-29T19:34:29.879+05:302010-10-29T19:34:29.879+05:30वाह ईस्ट्मैनिया जानकारी !वाह ईस्ट्मैनिया जानकारी !Arvind Mishrahttps://www.blogger.com/profile/02231261732951391013noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1560745184921178776.post-33965053763118631512010-10-29T00:32:22.015+05:302010-10-29T00:32:22.015+05:30छत्तीसगढ़ी फिल्मों के बारे में ज्ञानवर्धक प्रस्तुति...छत्तीसगढ़ी फिल्मों के बारे में ज्ञानवर्धक प्रस्तुतिकरण के लिए आभार . फिल्मे तो छत्तीसगढ़ी भाषा में बहुत बन रही हैं , लेकिन इनमे से कितनी फ़िल्में 'कहि देबे सन्देश'और 'घर-द्वार' जैसी यादगार साबित होंगी , क्या कोई बता सकता है ? क्या डॉ. हनुमंत नायडू और हरि ठाकुर जैसे धरती से जुड़े श्रेष्ठ गीतकारों को आज के छालीवुडी निर्माता -निदेशक और संगीतकार अपनी फिल्मों में वैसा आदर और सम्मान दे सकेंगे , जैसा उस जमाने में बनी इन फिल्मों में दिया गया था ? क्या पवन दीवान , नारायणलाल परमार , लक्ष्मण मस्तुरिया ,लाला जगदलपुरी ,मुकुंद कौशल जैसे इस भूमि के सर्वोत्तम कवियों की रचनाओं को किसी छत्तीसगढ़ी फिल्म में कभी कोई जगह मिल पाएगी ? हो सके तो आप अपनी इस प्रस्तुति को छत्तीसगढ़ी फिल्मों पर एक लेखमाला के रूप में आगे बढ़ाते हुए अगली किश्तों में इस पर भी कुछ प्रकाश ज़रूर डालें . इंतज़ार रहेगा .Swarajya karunhttps://www.blogger.com/profile/03476570544953277105noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1560745184921178776.post-7799562794978267782010-10-28T18:21:43.063+05:302010-10-28T18:21:43.063+05:30छत्तीसगढ़ी फिल्मों पर विस्तृत और शोधपरक जानकारी आप...छत्तीसगढ़ी फिल्मों पर विस्तृत और शोधपरक जानकारी आपके माध्यम से हमें प्राप्त हुई, आपका बहुत बहुत आभार।महेन्द्र वर्माhttps://www.blogger.com/profile/03223817246093814433noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1560745184921178776.post-79319615059111747372010-10-28T08:30:35.468+05:302010-10-28T08:30:35.468+05:30अच्छा संग्रह ।अच्छा संग्रह ।ZEALhttps://www.blogger.com/profile/04046257625059781313noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1560745184921178776.post-69558544290567376052010-10-28T08:06:49.897+05:302010-10-28T08:06:49.897+05:30शानदार जानकारी। आप जानकारियों का खजाना लेकर आये है...शानदार जानकारी। आप जानकारियों का खजाना लेकर आये हैं। मुझे क्षेत्रीय फ़िल्में देखना अंग्रेजी फ़िल्म देखने से बहुत बहुत बेहतर लगता है। दूरदर्शन पर जब क्षेत्रीय फ़िल्में आती थीं, यानि जब हम दूरदर्शन देखते थे तो मैं बहुत शौक से देखता था। सब टाईटिल्स रहने से भाषा की समस्या इतनी बड़ी नहीं रहती। क्षेत्रीय सिनेमा को प्रोत्साहन मिलने से हम अपने देश की विविध संस्कृति को जान सकते हैं जोकि बहुत जरूरी है।<br />छत्तीसगढ़ी सिनेमा के बारे में जानकारी नहीं थी, लेकिन इस लेख से काफ़ी कुछ सीखने समझने को मिला।<br />आभार स्वीकार करें।संजय @ मो सम कौन...https://www.blogger.com/profile/14228941174553930859noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1560745184921178776.post-79956116571451756612010-10-27T17:00:27.492+05:302010-10-27T17:00:27.492+05:30Aadarniya bhaiya,
bahut hi rochak aur gyanvardhak ...Aadarniya bhaiya,<br />bahut hi rochak aur gyanvardhak jankari hai, aapke is samagra sangrah me chhattisgarhi filmo ke sath hi yaha ki samriddh sanskriti ki sahaj pravah ka bodh hota hai....<br />dhanyavad...Kavi Ravindra Pandeyhttps://www.blogger.com/profile/16648551407668504966noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1560745184921178776.post-11416674129737341742010-10-27T15:05:45.262+05:302010-10-27T15:05:45.262+05:30आपने बहुत मेहनत की है इस पोस्ट के लिए.. काफी समय भ...आपने बहुत मेहनत की है इस पोस्ट के लिए.. काफी समय भी दिया है.. मुझे नहीं पता था की छत्तीसगढ़ में इतनी फिल्में बनी है .. हमारे राजस्थान में तो ४-५ वर्ष में एक राजस्थानी फिल्म आती है.. जो भी ऐसे कसी सिनेमाघर में प्रदर्शित होती है जो बी ग्रेड फिल्में ही चलाता है.. सबसे बड़े प्रदेश की भाषा की फिल्में ना बनना काफी दुःख पहुंचाता है...Manoj Khttps://www.blogger.com/profile/06707542140412834778noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1560745184921178776.post-83681115775508336142010-10-27T09:20:25.121+05:302010-10-27T09:20:25.121+05:30छत्तीसगढ़ी फिल्मो के बारे में यह लेख अपने आप में ए...छत्तीसगढ़ी फिल्मो के बारे में यह लेख अपने आप में एक मिसाल रहेगा.शायद इतनी जानकारी एक साथ अन्यत्र उपलब्ध नहीं होगी.<br />कई नयी जानकारी मिलीं.Alpana Vermahttps://www.blogger.com/profile/08360043006024019346noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1560745184921178776.post-62195636836622011382010-10-26T21:28:19.249+05:302010-10-26T21:28:19.249+05:30माननीय श्री राहुल जी,
क्षेत्र विशेष की फिल्मों पर ...माननीय श्री राहुल जी,<br />क्षेत्र विशेष की फिल्मों पर कई स्थानों पर जानकारी मिल जाएगी लेकिन जिस तरीके से आपने इसे संजोया है वह काबिले तारीफ है। मुझे अभी तक नहीं पता था कि छतीसगढ़ का फिल्म संसार इतना अधिक स्मृद्ध है। बधाई। आपसे काफी कुछ सीखने जानने को मिल रहा है।अखिलेश शुक्लhttps://www.blogger.com/profile/15550022760896923056noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1560745184921178776.post-21382196557691662402010-10-26T21:23:09.141+05:302010-10-26T21:23:09.141+05:30राहुल भैया अलग अलग इन सब बातों की जानकारी छत्तीसग...राहुल भैया अलग अलग इन सब बातों की जानकारी छत्तीसगढी फिल्मों से जुडे लोगों को रही होगी लेकिन आपने एक साथ संजोकर सबके सामने रखने में तो कमाल कर दिया। एक साथ इतनी सारी जानकारी सचमुच मजा आ गया।cgswarhttps://www.blogger.com/profile/10205871790688504261noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1560745184921178776.post-86535591384067178502010-10-26T10:06:25.751+05:302010-10-26T10:06:25.751+05:30कहने को बात छोटी से लगे , पर है बडी और बहुत महत्वप...कहने को बात छोटी से लगे , पर है बडी और बहुत महत्वपूर्ण ! मामला ये कि अनदेखी किये गये इतिहास को सहेजने जैसा ! यहां फिल्में बनना शुरु हुईं और बनती रहीं लेकिन हमने संज्ञान नहीं लिया ! भला इससे बढकर अनुत्तरदायी / उदासीनतापूर्ण रवैय्या और क्या हो सकता था कि हम छत्तीसगढ में रंगकर्म के सेल्यूलाइड में अवतरित होने की महती घटना को लेकर भी निरपेक्ष बने रहे !<br /><br />सिंह साहब इतने सजग कैसे रह पाये , ईर्ष्या सी होती है पर गर्व की अनुभूति भी कि वे हमारे मित्र हैं , जिन्होने छत्तीसगढ की फिल्मों और कलाकारों के दस्तावेजीकरण का पहला अध्याय लिख लिया है ! साधुवाद ! <br /><br />वैसे आदरणीय सुब्रमनियन जी ने उन्हें एक नया असाइन्मेंट सौंप कर अच्छा ही किया !उम्मतेंhttps://www.blogger.com/profile/11664798385096309812noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1560745184921178776.post-59953665139326767602010-10-26T01:22:20.045+05:302010-10-26T01:22:20.045+05:30आपकी विनम्रता के बावजूद आपकी यह पोस्ट इन्टरनेट पर ...आपकी विनम्रता के बावजूद आपकी यह पोस्ट इन्टरनेट पर छत्तीसगढ़ी फिल्मो का डाटाबेस कहलाएगी एक लम्बे समय तक, यह मेरा विशवास ही नहीं बल्कि आत्मविश्वासपूर्वक कथन है, यकीन करें.<br /><br />दर-असल भले ही आप अपना क्षेत्र या विशेषज्ञता न कहें लेकिन आपका पोस्ट लिखने से पूर्व किया गया हल्का सा भी शोध ही आपकी पोस्ट की विश्वनीयता को कायम रखता है बाकि जो आपको जानते हैं वे तो जानते ही हैं भाई साहब.<br />इस से अलहदा एक बात कहूँ तो किशोर साहू जो कि छत्तीसगढ़ से ही थे लेकिन उन पर एक भी शोधपूर्ण लेख मेरी नज़र से इन्टरनेट पर नहीं गुजरा है जो भी पढने मिला बस हल्का फुल्का , खासतौर से तब से जब से वे मुंबई में सक्रिय हुए, तो क्या मैं आपसे यह निवेदन करूँ कि किशोर साहू जी के राजनंदगांव में हुई प्रारंभिक शिक्षा दीक्षा से लेकर पूरा विवरण कभी न कभी आपके ब्लॉग पर पढने मिलेगा?<br /><br />बाकि आपने एक महत्वपूर्ण बात पर नज़र नहीं डाली, इसलिए जिद कर के लिंक यहाँ दे रहा हूँ जो कि मेरी आदत में नहीं है फिर भी मुआफी के साथ<br /><br />http://sanjeettripathi.blogspot.com/2010/10/blog-post_25.htmlSanjeet Tripathihttps://www.blogger.com/profile/18362995980060168287noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1560745184921178776.post-51175521020839335932010-10-26T00:58:13.090+05:302010-10-26T00:58:13.090+05:30"सास गारी देवे" पर आए comments पर प्रतिक..."सास गारी देवे" पर आए comments पर प्रतिक्रिया देते हुए आप ने कहा था की यह आप की रूचि का क्षेत्र है विशेषज्ञता का नहीं, पर इस लेख में आपने उस विनम्रता को विद्वत्ता और अधिकार पूर्वक सकारात्मक रूप से विखंडित किया है| तथ्यों के बेजोड़ संकलन में आप माहिर रहे ही हैं, प्रस्तुतीकरण भी लाजवाब है| और इससे भी बढ़कर यह बात लगी कि "सास गारी देवे" में जिस जरुरत को आपने हल्के से रेखांकित किया था, उस space को भरने की जिम्मेदारी भी बखूबी निभाई आप नें| <br /><br />जिन बिंदुओं पर जानकारी-सूची तैयार करने का प्रस्ताव आप ने रखा है उनमे फिल्म की Genre, उसकी कुल लम्बाई (मिनट में), ध्वनी और फिल्मांकन सम्बन्धी कुछ तकनीकी जानकारियाँ, संक्षिप्त कथाक्रम और कुल बजट संबंधी जानकारियाँ भी शामिल किया जा सके तो..........................|<br /><br />आशा है आपने इस पोस्ट में जो परिश्रम किया है वह एक दिन एक वृहत डाटाबेस के रूप में विकसित हो सकेगा|<br /><br />Last but not least फिल्मों के पोस्टरों का प्रस्तुतिकरण शानदार लगा| हिमांचल के धरमशाला में एक छोटा मगर सुंदर रेस्टोरेंट देखा था जो फिल्मों पर आधारित थीम रेस्टोरेंट था| वहां के हिंदी-अंग्रेजी फिल्मों के पोस्टरों का कलेक्शन याद आ गया| रेस्टोरेंट खोलने का सपना देखा करता हूँ अब भी, पर कभी सच में रेस्टोरेंट खोल सका तो छत्तीसगढ़ी फिल्मों के पोस्टरों/तस्वीरों के लिए कहाँ संपर्क करना है यह बताने के लिए धन्यवाद सर जी|Rakeshhttps://www.blogger.com/profile/08572229332035961828noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1560745184921178776.post-31514422876113355332010-10-26T00:37:23.807+05:302010-10-26T00:37:23.807+05:30abhilekhikaran ka yah prayaas achha hai. darasal a...abhilekhikaran ka yah prayaas achha hai. darasal apni bhaashaa ki cinema ko bachaane aur behatar banaane ke liye us par gambhir lekhan honaa chaahiye jiskaa aksar abhaaw paya jata hai.aapne iski purti ki hai ise jari rakhe.<br />rangwimarsh.blogspot.comamiteshhttps://www.blogger.com/profile/05923164488045661896noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1560745184921178776.post-33372650567282201332010-10-25T23:45:30.854+05:302010-10-25T23:45:30.854+05:30आप के पास तो जानकारियो का खजाना हे जी, हमे तो सच म...आप के पास तो जानकारियो का खजाना हे जी, हमे तो सच मै एक भी फ़िल्म के बारे याद नही रहता, इस अति बेशकिमती जानकारी के लिये<br />आप का धन्यवादराज भाटिय़ाhttps://www.blogger.com/profile/10550068457332160511noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1560745184921178776.post-54545287327985191032010-10-25T23:29:09.341+05:302010-10-25T23:29:09.341+05:30Apki is prayas bahot informative he.Jabse mein Chh...Apki is prayas bahot informative he.Jabse mein Chhattisgarh me sodh karna suru kia tab mein pehele Chhattisgarhi culture ko samjhne kelie kosis kia.Islie mein kosis kia Chhattisgarhi cenima,drama,lokgit adi ko dekhne kelie ebam samghne kelie,Kyunki kisi vi lokgit ebam cinema me usi pradesh ka culture dekhai deta he.Abhi tak mein aath(8)Chhattisgarhi picture dekhachuka hun.Moor Chhaiaya Bhuia is the first revenue earning film of the state and Hareli and Laurik are the telifilm of Chhattisgarh which produced by Delhi Doordarshan. Fortunately I had a chance to see the telefilms like Parbudia,Anjor,Parra Bhawar etc which produced by Doordarshan.Islie Apki sujhab bilkul sehi he ki sabhi picture ka suchi prastut karna chahie ebam is disa me pryasa karna chahie.<br /><br />Apki is rochak blog kelie bahot bahot dhanyabad.ATUL PRADHANnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1560745184921178776.post-36852923195779690352010-10-25T22:26:11.021+05:302010-10-25T22:26:11.021+05:30बहुत सुन्दर ज्ञान दिया है इस पोस्ट के माध्यम से।बहुत सुन्दर ज्ञान दिया है इस पोस्ट के माध्यम से।प्रवीण पाण्डेयhttps://www.blogger.com/profile/10471375466909386690noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1560745184921178776.post-13205121625252769072010-10-25T21:09:18.176+05:302010-10-25T21:09:18.176+05:30राहुल जी आपका यह लेख भी किसी शोध से कम नहीं है। शु...राहुल जी आपका यह लेख भी किसी शोध से कम नहीं है। शुभकामनाएं।राजेश उत्साहीhttps://www.blogger.com/profile/15973091178517874144noreply@blogger.com