tag:blogger.com,1999:blog-1560745184921178776.post1756910644275085972..comments2024-03-26T11:26:04.832+05:30Comments on सिंहावलोकन: कोयल-कूकी काम-कथाएंRahul Singhhttp://www.blogger.com/profile/16364670995288781667noreply@blogger.comBlogger12125tag:blogger.com,1999:blog-1560745184921178776.post-25579217529124641942022-02-19T16:57:54.333+05:302022-02-19T16:57:54.333+05:30आपको पढते हुए मैं हमेशा नये अनुभव से साक्षात्कार क...आपको पढते हुए मैं हमेशा नये अनुभव से साक्षात्कार करता हूँ जो मेरी आगे की यात्रा में सहायक होती है ।🙏Anonymoushttps://www.blogger.com/profile/00976137564723798127noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1560745184921178776.post-46059435370017947642022-02-12T01:30:11.915+05:302022-02-12T01:30:11.915+05:30एक लम्बी टिप्पणी लिखी थी। किन्तु 'पब्लिश...एक लम्बी टिप्पणी लिखी थी। किन्तु 'पब्लिश' का बटन दबाने पर, गूगल न जाने क्या-क्या पूछताछ करने लगा। चरणवार जवाब देता रहा और अचानक ही सब कुछ गायब हो गया।<br />उलझन में हूँ।विष्णु बैरागीhttps://www.blogger.com/profile/07004437238267266555noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1560745184921178776.post-67077423131557088832022-02-08T19:40:21.565+05:302022-02-08T19:40:21.565+05:30सादर आभार.सादर आभार.Rahul Singhhttps://www.blogger.com/profile/16364670995288781667noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1560745184921178776.post-63017660434094057192022-02-08T11:51:22.431+05:302022-02-08T11:51:22.431+05:30सादर आभार रंजन जी, मन को सराबोर रंग (रञ्ज) गयी आपक...सादर आभार रंजन जी, मन को सराबोर रंग (रञ्ज) गयी आपकी टिप्पणीRahul Singhhttps://www.blogger.com/profile/16364670995288781667noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1560745184921178776.post-6518446779314755382022-02-08T11:23:15.894+05:302022-02-08T11:23:15.894+05:30यह अप्रतिम लेख मुझे ले गया प्राक-यौवन के उन दिनों ...यह अप्रतिम लेख मुझे ले गया प्राक-यौवन के उन दिनों में जब कलकत्ता महानगरी में एक दीपावली के रात कालीपूजा पण्डाल में बिताने के उपरांत भोर भोर खड़ा था एक घर के सामने बिजलीखम्भे के नीचे सिगरेट के कस लेते हुए। प्रतीक्षा थी एक कन्या की जो रहती थी उस मकान में। सम्भावना थी की वे अव बाहर आयेगी, पूजा के प्रसाद लेने के लिए।<br /> फिर याद आया उन पन्नों की जिसमे एक रजिस्ट्री मैरेज की मनगढंत प्रारूप मेरे द्वारा बनाया गया था और जिसमें हायर सेकंडरी इम्तिहान के पूर्व हम दोनों कोचिंग क्लास के उपरान्त, दो मित्र और दो सख़ी के समक्ष दस्तखत किये थे। <br /> हाँ, न तो कोई पंडित था और न कोई रजिस्ट्रार। पर कन्यायों ने कुछ फूल और हार जरूर लायी थी, और मित्रों ने कुछ मिठाई।<br /> परममित्र आदरणीय राहुल सर के यह लेख कुछ क्षण के लिए मेरा उम्र 54 साल घटा दिया था यह क्या कम है? <br /> बंगला में भारत चन्द्र रॉयगुनाकर विरचित विद्यासुन्दर काव्य पड़ा हूँ। पर यह 'चौरपंचाशिका' का अनुवाद, यह जानकारी आज इस लेख से प्राप्त हुया। इस हेतु लेखक को आभार।ranjanhttps://www.blogger.com/profile/08155891063247952548noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1560745184921178776.post-51284811138699730602022-02-08T09:31:12.870+05:302022-02-08T09:31:12.870+05:30बेहतरीन, पर आपसे इससे कम की आशा भी नहीं हैबेहतरीन, पर आपसे इससे कम की आशा भी नहीं हैआलोकhttps://www.blogger.com/profile/02904662369430530083noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1560745184921178776.post-81040627109038996462022-02-08T08:58:13.770+05:302022-02-08T08:58:13.770+05:30अत्यंत ज्ञानवर्धक शानदार लेख चाचाजी अत्यंत ज्ञानवर्धक शानदार लेख चाचाजी Anonymoushttps://www.blogger.com/profile/15648850531763094236noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1560745184921178776.post-55446654269435763822022-02-07T22:21:26.874+05:302022-02-07T22:21:26.874+05:30सारगर्भित एवम सार्थक लेखन।शुभकामनाएं।
सारगर्भित एवम सार्थक लेखन।शुभकामनाएं।<br />Anonymoushttps://www.blogger.com/profile/13665000889515705241noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1560745184921178776.post-55249756454345734942022-02-07T16:43:12.849+05:302022-02-07T16:43:12.849+05:30प्रकृति में वसंत आठवें माह में आकर दसवें माह में व...प्रकृति में वसंत आठवें माह में आकर दसवें माह में विलग हो जाते हैं।पर प्रवृत्ति में यदा- कदा आते हैं और ठहर जाते हैं। सच कहे तो जीवन में यदि वसंत आ गये तो प्रेमल संत बना कर ही जातें हैं।<br /><br />वसंत के बहाने रोचक ऐतिहासिक / साहित्यिक वृतांत बधाई हो सर जी ।सत- संधानhttps://www.blogger.com/profile/16533668926895127083noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1560745184921178776.post-65444919843004074592022-02-07T15:26:12.929+05:302022-02-07T15:26:12.929+05:30बहुत सुंदर, मादक बसंत स्वागतम्बहुत सुंदर, मादक बसंत स्वागतम्Basant Raghav https://www.blogger.com/profile/00452539880636130824noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1560745184921178776.post-17819989637367470772022-02-07T14:27:58.398+05:302022-02-07T14:27:58.398+05:30बसंती रंग एवम् वेलेंटाइन सप्ताह के अवसर पर सटीक ले...बसंती रंग एवम् वेलेंटाइन सप्ताह के अवसर पर सटीक लेखAnonymoushttps://www.blogger.com/profile/06303921172719326503noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1560745184921178776.post-21575813965064943822022-02-07T13:28:36.764+05:302022-02-07T13:28:36.764+05:30बहुत ही बढ़िया लेख आदरणीय सर जी 🙏🙏बहुत ही बढ़िया लेख आदरणीय सर जी 🙏🙏Anonymoushttps://www.blogger.com/profile/08990158384877373034noreply@blogger.com